Sambhaji Nagar News: जापान की एशिन ऑटोमोटिव ने शेंद्रा एमआईडीसी में 9 लाख वर्ग फुट जमीन औद्योगिक लीज पर ली

जापान की एशिन ऑटोमोटिव ने शेंद्रा एमआईडीसी में 9 लाख वर्ग फुट जमीन औद्योगिक लीज पर ली
  • छत्रपति संभाजीनगर में स्थापित होगा नया प्लांट
  • बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर बनेंगे
  • औद्योगिक पार्क मुंबई, नागपुर और जल्द शुरू होने वाले जालना ड्राई पोर्ट से जुड़ा

Sambhaji Nagar News. जापान की ऑटोमोबाइल पुर्जे बनाने वाली अग्रणी कंपनी एशिन ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने महाराष्ट्र के शेंद्रा एमआईडीसी औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 9 लाख वर्ग फुट भूमि 95 वर्ष की औद्योगिक लीज पर ली है। कंपनी यहां अपना नया निर्माण संयंत्र (मैन्युफैक्चरिंग प्लांट) स्थापित करेगी। यह सौदा वर्ष 2025 में भारत के सबसे बड़े औद्योगिक जमीन समझौतों में से एक माना जा रहा है।

विश्वस्तरीय ऑटोमोबाइल निर्माता की पहल

एशिन ऑटोमोटिव इंडिया, जापान की एशिन कॉरपोरेशन की सहायक कंपनी है, जो विश्वभर की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों को ड्राइवट्रेन, ब्रेक और चेसिस सिस्टम की आपूर्ति करती है। कंपनी ने यह भूमि इंसपाइरा रियल्टी द्वारा विकसित इंसपाइरा सिटी परियोजना से लीज पर ली है।

सबसे बड़ा औद्योगिक लीज समझौता

यह समझौता इंसपाइरा सिटी के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा औद्योगिक लीज सौदा है। इससे पहले एनएचके स्प्रिंग्स कंपनी ने भी यहां जमीन लीज पर ली थी। इस नए करार के साथ इस औद्योगिक पार्क का कुल लीज क्षेत्रफल अब 30 लाख वर्ग फुट से अधिक हो गया है।

जापान और जर्मनी की कंपनियों का बढ़ता निवेश

232 एकड़ में फैले इस औद्योगिक पार्क का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा अब तक विभिन्न वैश्विक और भारतीय कंपनियों को लीज पर दिया जा चुका है। जापान और जर्मनी की कई कंपनियों ने यहां निवेश किया है, जो भारत में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक रुचि का संकेत है। साथ ही कई प्रमुख भारतीय कंपनियां भी यहां उत्पादन इकाइयां संचालित कर रही हैं।यह औद्योगिक केंद्र अब एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग और सप्लाई चेन ऑपरेशंस का प्रमुख हब बन रहा है, जो घरेलू और निर्यात बाजारों दोनों की जरूरतों को पूरा करेगा।

छत्रपति संभाजीनगर में औद्योगिक विकास को नया बल

यह एशिन ऑटोमोटिव का भारत में दूसरा संयंत्र होगा — पहला गुड़गांव में स्थित है। कंपनी का छत्रपति संभाजीनगर में प्लांट लगाना इस क्षेत्र की तेजी से बढ़ती औद्योगिक महत्ता को रेखांकित करता है।

यहां पहले से ऑडी, स्कोडा, बजाज ऑटो और वोक्सवैगन जैसी कंपनियों की इकाइयां कार्यरत हैं, जबकि टोयोटा भी नया संयंत्र स्थापित करने की तैयारी में है।

‘मेक इन इंडिया’ और पीएलआई को मिलेगा प्रोत्साहन

उद्योग विश्लेषकों के अनुसार, यह समझौता भारत में विदेशी निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। केंद्र सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजनाएं दीर्घकालिक औद्योगिक परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही हैं।

महाराष्ट्र की अनुकूल औद्योगिक नीति, बेहतर लॉजिस्टिक नेटवर्क और सुदृढ़ बुनियादी ढांचा इसे विदेशी निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाते हैं।

क्यों खास है शेंद्रा एमआईडीसी क्षेत्र

समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित यह औद्योगिक पार्क मुंबई, नागपुर और जल्द शुरू होने वाले जालना ड्राई पोर्ट से जुड़ा है। इससे निर्यात-उन्मुख उद्योगों को लॉजिस्टिक दक्षता में बड़ी बढ़त मिलेगी।

भारत सरकार की "मेक इन इंडिया", प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम और नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी जैसी पहलों के चलते देश में विनिर्माण-आधारित विकास को प्राथमिकता मिल रही है, जिसके परिणामस्वरूप विदेशी निवेश में निरंतर वृद्धि हो रही है।

Created On :   5 Nov 2025 5:53 PM IST

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