Sambhaji Nagar News: मनोज जरांगे ने कहा - मराठा समाज ने प्राणों की बाजी लगाकर जीत हासिल की है

मनोज जरांगे ने कहा - मराठा समाज ने प्राणों की बाजी लगाकर जीत हासिल की है
  • जीत का श्रेय केवल समाज को जाता है
  • मराठा समाज ने प्राणों की बाजी लगाई
  • आलोचकों को बताया विदूषक और अविवेकी

Sambhaji Nagar News. मराठा आरक्षण आंदोलन को निर्णायक मुकाम तक ले जाने वाले मनोज जरांगे पाटिल ने इस सफलता का पूरा श्रेय गरीब मराठा समाज को दिया है। उन्होंने कहा “यह जीत मेरी नहीं, मेरे समाज की है। मेरे गरीब भाइयों ने जीवन दांव पर लगाकर संघर्ष जीता। सरकार द्वारा जारी किए गए तीनों जीआर का श्रेय जनता को ही जाता है। मैं तो केवल नाममात्र हूं।”

अनिश्चितकालीन उपवास समाप्त

जरांगे ने मुंबई के आजाद मैदान में चल रहे अनिश्चितकालीन उपवास को मंगलवार शाम समाप्त किया। फिलहाल वे छत्रपति संभाजीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। यहीं से उन्होंने मीडिया से बातचीत में आंदोलन की सफलता पर प्रतिक्रिया दी।

धैर्य और विश्वास से जीती लड़ाई

जरांगे ने कहा कि मराठवाड़ा और पश्चिम महाराष्ट्र के मराठों ने उनके शब्दों पर भरोसा जताया। उन्होंने विश्वास जताया कि अब मराठा समाज आरक्षण से वंचित नहीं रहेगा। जिनके पास कागजी दस्तावेज नहीं हैं, उनके लिए भी सरकार ने गजट का रास्ता खोला है। उन्होंने बताया कि 1881 के बाद पहली बार ऐसा जीआर जारी हुआ है। स्वतंत्रता के 75 वर्षों में समाज के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था, लेकिन अब वह ऐतिहासिक भूल सुधरी है।

आलोचकों पर तीखा हमला

आरक्षण और अध्यादेश का विरोध करने वालों पर निशाना साधते हुए जरांगे ने कहा – “कुछ लोग केवल राजनीति के लिए आरक्षण मुद्दा उठाते रहे। अब जब उनकी जमीन खिसक गई तो पेट दर्द कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने कभी मराठा समाज के पक्ष में आवाज नहीं उठाई। समाज को इन विदूषकों और अविवेकी लोगों के बहकावे में नहीं आना चाहिए।”

प्रमाण-पत्र की नई प्रक्रिया

जरांगे ने बताया कि जिनके पास जमीन नहीं है, वे बटाई पर खेती का प्रमाण-पत्र देकर आरक्षण के पात्र होंगे। जिनके पास जमीन है, उनके सातबारह अभिलेख के आधार पर प्रमाण-पत्र जारी होगा। इसके लिए गांव और तालुका स्तर पर तीन सदस्यीय समितियां बनाई जाएंगी।

कुणबी प्रमाणपत्र पर भरोसा

जरांगे ने कहा कि हैदराबाद गजटियर की नोंद के आधार पर मराठों को कुणबी प्रमाणपत्र मिलेगा। इसमें अब कोई संदेह की गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा – “विरोध करने वाले कभी हमारे साथ नहीं थे। मेरा और मेरे समाज का उद्देश्य केवल बेटियों-बेटों का भला करना है। जब तक मैं जीवित हूं, किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दूंगा।”

Created On :   3 Sept 2025 8:25 PM IST

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