Beed News: नवजात शिशु की उपचार के दौरान मौत ,स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

नवजात शिशु की उपचार के दौरान मौत ,स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
  • चार दिन पहले जीवित शिशु को मृत घोषित किया था
  • समिति की रिपोर्ट आने के बाद मामले का खुलासा

Beed News जिले के अंबाजोगाई में सरकारी स्वराती अस्पताल में चल रही नवजात शिशु का आखिरकार 12 जुलाई की सुबह उपचार के दौरान मौत हुई।

जानकारी के अनुसार अंबाजोगाई के स्वराती अस्पताल में 4 दिन पहले पैदा हुआ एक बच्चा पूरे महाराष्ट्र में चर्चा का विषय बन गया था। क्योंकि डॉक्टर ने 8 जुलाई को कुछ ही घंटों में बच्चे को मृत घोषित कर दिया और उसे कपड़े में लपेटकर रिश्तेदारों को सौंप दिया। होल गाँव में बच्चे के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी। गड्ढा खोदते समय, दादी ने बच्चे का चेहरा देखना चाहा और जब उसने कपड़ा खोला, तो उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चे के दादा ने तुरंत बच्चे को वापस अंबाजोगाई के स्वारति अस्पताल में भर्ती कराया।

डॉक्टर ने बच्चे को गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया। इस बीच, शनिवार को इलाज के दौरान, बदकिस्मत बच्चे ने आखिरकार दुनिया को अलविदा कह दिया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से हर जगह हड़कंप मच गया है। हालाँकि, इस बच्चे की मौत का जिम्मेदार कौन है? यह एक बड़ा और अनुत्तरित प्रश्न है।

होल की बालिका घुगे नामक महिला का बच्चा सिर्फ सातवें महीने में पैदा हुआ था। कमजोर बच्चे को गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। हालांकि, इलाज का कोई असर न होने के कारण शिशु ने आखिरकार शनिवार को सुबह दम तोड़ दिया इस शिशु के जन्म और मृत्यु ने स्वामी रामानंद तीर्थ मेडिकल कॉलेज के प्रसूति एवं शिशु रोग विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जीवित शिशु को मृत घोषित करने वाले डॉक्टरों की जाँच से पहले ही शिशु ने दम तोड़ दिया। शिशु की मौत का असली कारण क्या था? यह सवाल अभी उठ रहा है।

जांच समिति की रिपोर्ट कब आएगी? : अंबाजोगाई स्थित स्वामी रामानंद तीर्थ मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के शिशु रोग वार्ड में हुई इस शर्मनाक घटना से पूरा महाराष्ट्र हिल गया है। तत्कालीन डीन डॉ. राजेश कचरे ने जीवित शिशु को मृत घोषित करने वाले डॉक्टरों की लापरवाही की जाँच के लिए तुरंत पांच सदस्यीय समिति गठित की और अभी तक स्त्री रोग विभागाध्यक्ष से मांगी गई पूरी घटना की लिखित रिपोर्ट नहीं सौंपी है। अब इस रिपोर्ट के आने के बाद ही सही कारण स्पष्ट हो पाएगा।

Created On :   12 July 2025 5:17 PM IST

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