‌Beed News: परली के वैद्यनाथ मंदिर परिसर में काम करने वालों ने बनाया मांसाहारी भोजन, श्रद्धालुओं में आक्रोश

परली के वैद्यनाथ मंदिर परिसर में काम करने वालों ने बनाया मांसाहारी भोजन, श्रद्धालुओं में आक्रोश
  • पवित्र स्थल पर काम करने वालों की मनमानी
  • श्रद्धालुओं ने किया विरोध

‌Beed News जिले के परली वैजनाथ में भगवान वैद्यनाथ मदर परिसर में 31 मई की रात के समय एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक ठेकेदार के लिए काम करने वाले मजदूरों ने नियोजित दर्शन मंडप में चूल्हा जलाकर आमलेट और मांसाहारी भोजन पकाया इसके चलते हड़कंप मच गया है।

जानकारी के अनुसार वैद्यनाथ परली शहर के वैद्यनाथ मंदिर के क्षेत्र में वर्तमान में तीर्थ स्थल के विकास के लिए एक बड़े पैमाने पर निर्माण परियोजना चल रही है। हालांकि, शनिवार रात को एक मामला सामने आया, जहां एक ठेकेदार के लिए काम करने वाले मजदूरों ने (वैजनाथ) वैद्यनाथ के पूर्वी प्रवेश द्वार पर नियोजित दर्शन मंडप में चूल्हा जलाकर आमलेट और मांसाहारी भोजन पकाया । शिवसेना शिंदे गुट के तहसील प्रमुख वेंकटेश शिंदे और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी योगेश पंडकर ने यह सब मोबाइल फोन के कैमरे में कैद किया है।

मंदिर क्षेत्र में चल रहे काम करते समय जनप्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों ने बार-बार निर्देश दिए थे कि ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए काम किया जाना चाहिए, लेकिन फिर भी दर्शन मंडप में एक चूल्हे पर आमलेट और मांसाहारी भोजन पकाने की घटना सामने आई है। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने खुद इस इमारत (परली वैजनाथ) के बगल में सीढ़ियों को लेकर संबंधित गुत्तेदार को कड़े शब्द कहे थे। अब, वैद्यनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्र में धार्मिक रूप से निषिद्ध माने जाने वाले स्थान पर मांसाहारी भोजन पकाने की घटना सामने आई है। परली और आसपास के नागरिक इस पर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं ।

परली का मंदिर देश भर में प्रसिद्ध : परली का यह वैद्यनाथ मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है और इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे पांचवे स्थान पर पवित्र माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण देवगिरि के यादवों के समय उनके प्रमुख श्रीकरणधिप हेमाद्रि ने करवाया था। मंदिर का जीर्णोद्धार पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था, जिनकी 300वीं जयंती शनिवार, 31 मई, 2025 को मनाई गई। परली का यह मंदिर जटिल नक्काशीदार और भव्य है। मंदिर परिसर में लंबी सीढ़ियाँ और भव्य प्रवेश द्वार मुख्य आकर्षण हैं। चूंकि मंदिर का मुख्य हॉल और सभा भवन एक ही स्तर पर हैं, इसलिए ज्योतिर्लिंग को सभा भवन से देखा जा सकता है। इस स्थान की एक और खास बात यह है कि आप यहाँ भगवान को छू सकते हैं। मंदिर परिसर में तीन बड़े कुंड हैं। महाशिवरात्रि के दिन वैद्यनाथ जयंती मनाई जाती है। इस दिन यहाँ भक्तों की भारी भीड़ होती है।


Created On :   1 Jun 2025 7:07 PM IST

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