Beed News: विवादों में घिरे जेल अधीक्षक पेट्रस गायकवाड़ का उपराजधानी नागपुर में हुआ तबादला

विवादों में घिरे जेल अधीक्षक पेट्रस गायकवाड़ का उपराजधानी नागपुर में हुआ तबादला
  • कैदियों ने लगाई शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना की शिकायत
  • सरकार ने लिया संज्ञान, तबादला आदेश जारी
  • कैदियों ने लगाई शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना की शिकायत

Beed News. जेल के अधीक्षक पेट्रस गायकवाड़, जो पिछले कई महीनों से विवादों में घिरे हुए थे, का तबादला नागपुर कर दिया गया है। उन्हें जेल उप-अधीक्षक के पद पर भेजा गया है। गायकवाड़ के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगे थे। जेल में कार्यभार संभालने के बाद से ही वे विवादों में रहे। उन पर जेल परिसर में पेड़ कटवाने, कैदियों से निजी काम करवाने और सबसे गंभीर रूप से कैदियों का जबरन धर्मांतरण कराने की कोशिश जैसे आरोप लगे।

विधायक पडलकर के सीधे आरोप

कुछ दिन पहले भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर ने जेल अधीक्षक गायकवाड़ पर सीधे धर्मांतरण के आरोप लगाते हुए मामले को उजागर किया था। उन्होंने कहा कि जेल में धर्मांतरण का काम चल रहा था। जेल में लगे महापुरुषों की तस्वीरें हटाकर उन पर बाइबिल के श्लोक लिखे गए, और एक कमरे में छत्रपति शिवाजी महाराज, गणपति, डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी की मूर्तियां रखी गई थीं। पडलकर ने यह भी आरोप लगाया कि कैदियों द्वारा गाए जाने वाले भजन-कीर्तन बंद कर दिए गए, और एक पुजारी नियमित रूप से जेल में अधिकारी से मिलने आता था। आरोप है कि अधीक्षक कैदियों से कहते थे। “धर्म परिवर्तन करो, तुम्हें लाखों रुपये दिए जाएंगे।” विधायक पडलकर ने इस मामले की तत्काल जाँच और जेल अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की थी।

कैदियों ने लगाई शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना की शिकायत

पडलकर के आरोपों के बाद मामला और गंभीर हो गया। कैदियों के वकील राहुल अघव ने भी आरोप लगाया कि बीड जेल में कैदियों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता है और उनके साथ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना की जाती है। इसी तरह, बीड जेल से ज़मानत पर रिहा हुए एक कैदी ने भी अधीक्षक गायकवाड़ पर आरोप लगाया कि उन्होंने धर्म परिवर्तन के लिए कैदियों को पीटा और पैसों का लालच दिया। सउसने यह भी कहा कि जेल में कीर्तन, भजन और नमाज़ जैसी सभी धार्मिक प्रार्थनाएँ बंद कर दी गई हैं।

पहले भी विवादों में रहे हैं गायकवाड़

यह कोई पहला मामला नहीं है जब पेट्रस गायकवाड़ पर गंभीर आरोप लगे हों। इससे पहले जलगाँव जेल में अधीक्षक रहते हुए भी एक कैदी की मौत के बाद उन पर धर्मांतरण के लिए पिटाई करने का आरोप लगाया गया था। मृतक कैदी की पत्नी ने दावा किया था कि उसके पति की मौत धर्मांतरण के लिए दबाव और मारपीट के कारण हुई।

सरकार ने लिया संज्ञान, तबादला आदेश जारी

लगातार बढ़ते विवाद और आरोपों पर सरकार ने संज्ञान लिया और गायकवाड़ को बीड से हटाकर नागपुर तबादलित कर दिया। उन्हें जेल उप-अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और सदाभाऊ खोत ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मामले की गहन जाँच की माँग की है।

Created On :   15 Oct 2025 7:15 PM IST

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