महाराष्ट्र के एकमात्र कांग्रेस सांसद बालू धानोरकर नहीं रहे

महाराष्ट्र के एकमात्र कांग्रेस सांसद बालू धानोरकर नहीं रहे
  • दिल्ली के अस्पताल में ली अंतिम सांस
  • दो दिन पूर्व पिता का हुआ निधन
  • किडनी स्टोन के चलते हालत बिगड़ी

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। महाराष्ट्र में कांग्रेस के एकमात्र चंद्रपुर सांसद बालू धानोरकर की तबीयत खराब होने पर उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां मंगलवार को तड़के उनका उपचार दौरान निधन हो गया। यह दुखद समाचार सामने आते ही चंद्रपुर में शोक की लहर फैल गई। उनका पार्थिव दिल्ली से नागपुर मार्ग होते हुए वरोरा में आज दोपहर 1:30 उनके निवास स्थान पर लाया जाएगा। आज 30 मई दोपहर 2:00 से 31 मई सुबह 10:00 बजे तक निवास स्थान पर दर्शन के लिए रखा जाएगा। सुबह 11:00 वणी-वरोरा बाईपास मार्ग स्थित मोक्ष धाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा। वह 48 वर्ष के थे। उनके पश्चात पत्नी, दो बेटे, मां, भाई, बहन ऐसा भरा पूरा परिवार है।

26 मई को नागपुर में हुई थी शल्यक्रिया

शुक्रवार 26 मई को उन्हें नागपुर में किडनी स्टोन शल्यक्रिया के लिए अस्पताल में दाखिल किया गया था। उसके बाद हालत नाजुक होने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से नई दिल्ली के मेंदाता अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां आज तड़के उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि 2 दिन पूर्व ही उनके पिता नारायण धनोरकर का निधन हुआ था। बताया जाता है कि कुछ महीने पूर्व उन्होंने नई कार खरीदी थी, दरमियान भद्रावती में जाते समय एक हादसा हुआ था। जहां उनके पेट को चोट लगी थी। उस समय नजरअंदाज करने के चलते शिकायत बढ़ने लगी। उसके बाद उन्हें नागपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया ।

शिवसेना से शुरू किया था राजनीतिक सफर

उच्च शिक्षित बालू धानोरकर मूल रूप से भद्रावती निवासी थे। शिवसेना के स्थानीय शाखा प्रमुख, तहसील प्रमुख से जिला प्रमुख तक ऐसे विविध पदों पर रहकर वरोरा-भद्रावती विधानसभा क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत की। वर्ष 2009 में शिवसेना ने इसी क्षेत्र से उन्हें टिकट दी थी, परंतु उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद 2014 तक अलग-अलग आंदोलन व संगठन मजबूत करते हुए बालू धानोरकर ने शिवसेना के लिए मतदाता संघ अनुकूल किया । फलस्वरूप शिवसेना के टिकट पर विधायक के रुप में जीत कर आए। उसके बाद उन्होंने सांसद के लिए तैयारी शुरू की। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में फॉर्म भरने के 1 दिन पूर्व कांग्रेस में प्रवेश कर चंद्रपुर वणी आर्णी क्षेत्र के लिए टिकट लेकर उम्मीदवार बने। जहां पिछले कई वर्षों में भाजपा का गढ़ रहे चंद्रपुर में विजयी हुए और विशेष बात यह रही कि पूरे राज्य में कांग्रेस चंद्रपुर सीट जीत पाई। उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव अपनी पत्नी प्रतिभा धानोरकर को कांग्रेस की टिकट दिला कर उन्हें भी वरोरा भद्रावती से जिताया था। उसके बाद कांग्रेस के सांसद विधायक यह दंपत्ति लाइमलाइट में आई थी। इतना ही नहीं कांग्रेस हाई कमान ने मंजूरी दी तो प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ भी चुनाव लड़ने की तैयारी कुछ वर्ष पहले अपने भाषण से दर्शाई थी। उनके निधन से विविध पार्टियों के नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की है। बता दें कि कल सोमवार को ही राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष व चंद्रपुर के भाजपा के पूर्व सांसद हंसराज अहिर ने दिल्ली के अस्पताल में पहुंचकर उनके परिवार से हालचाल जाना था।

Created On :   30 May 2023 10:14 AM IST

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