Chhindwara News: नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस आज

नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस आज
  • युवाओं में बढ़ा नशे का क्रेज..नशे की गिरफ्त में आकर हो रहे मानसिक बीमार
  • शैक्षणिक संस्थानों के अलावा सरकारी और निजी संस्थाओं में पहुंचकर लोगों को जागरुक करने की जरुरत है।

Chhindwara News: आधुनिकता की इस अंधी दौड़ में अधिकांश युवा मानसिक दबाव से निजात पाने नशे का सहारा ले रहे है। मानसिक तनाव दूर करने नशीली दवाएं, गांजा, ड्रग्स या शराब का शौक कर रहे है। इसका घातक असर यह हो रहा कि युवाओं में मानसिक व स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के साथ आक्रामकता, हिंसा और गुस्से की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है।

मानसिक स्थिति कमजोर होने पर वे स्वयं या दूसरे के लिए खतरा भी बन रहे है। लोगों को नशीली दवाओं के हानिकारक प्रभाव के बारे में जागरुक करने हर साल 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।

मनोरोग विशेषज्ञ डॉ.तुषार तल्हान ने चर्चा में बताया कि नशा करने वालों में 75 प्रतिशत युवा है। इनमें भी 18 साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या अधिक है। कई बार देखने में आया है कि 12 से 14 साल में बच्चे नशा कर रहे है। नशीली दवाएं, गांजा, ड्रग्स, शराब के अलावा अब व्हाइटनर, स्लोशन, जूते की पॉलिश का उपयोग नशे में किया जा रहा है।

यह सभी नशे नाबालिग और युवाओं को मानसिक बीमार कर रहे हैं। वे उदासीनता और चिंता जैसी बीमािरयों से ग्रसित हो रहे है। ऐसे नशे के आदि युवा और बच्चों को मनोचिकित्सा व दवाओं से ठीक किया जा सकता है।

नशीले पदार्थों की बिक्री पर सख्ती जरुरी-

नशे की बिक्री पर सख्त कानून जरुरी है। ऐसी दवाएं जो नशे के लिए इस्तेमाल होती है उसकी बिक्री के लिए सख्ती जरुरी है। इसके अलावा गांजा, ड्रग्स कारोबारियों की धरपकड़ जरुरी है। वहीं दूसरी ओर परिजनों को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना होगा। यदि उनका व्यवहार बदल रहा है तो उन पर ध्यान दें। जरुरत पड़ने पर उनकी काउंसलिंग भी कराएं।

सामाजिक संगठनों को आगे आना होगा-

नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ प्रत्येक नागरिक व सामाजिक संगठनों को आगे आना होगा। स्कूल, कॉलेज व शैक्षणिक संस्थानों में पहुंचकर बच्चों को नशे के दुष्परिणाम से अवगत कराना होगा। शैक्षणिक संस्थानों के अलावा सरकारी और निजी संस्थाओं में पहुंचकर लोगों को जागरुक करने की जरुरत है।

Created On :   26 Jun 2025 12:59 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story