Chhindwara News: गायनिक ओपीडी के बाहर उतरवा रहे चप्पल, ठंडे फर्श पर खड़े रहने मजबूर गर्भवती

गायनिक ओपीडी के बाहर उतरवा रहे चप्पल, ठंडे फर्श पर खड़े रहने मजबूर गर्भवती
रोजाना सौ से अधिक गर्भवती पहुंचती है रूटीन जांच कराने, स्टाफ को चप्पल-जूते पहनने की छूट

Chhindwara News: मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल की गायनिक ओपीडी में जूते-चप्पल उतारकर भीतर प्रवेश का अजीब सा नियम लागू किया गया है। यहां रूटीन जांच कराने आ रही हर गर्भवती महिला को चप्पल ओपीडी के बाहर उतारनी पड़ रही है। गर्भवती महिलाएं नंगे पांव ठंडे फर्श पर खड़े रहने मजबूर हो रही हैं। जांच पूरी होने तक गर्भवती को बिना चप्पल के रहना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर ओपीडी स्टाफ और डॉक्टर्स को इस मामले में विशेष छूट है, वे जूते-चप्पल पहनकर ओपीडी के घूमते नजर आ रहे हैं।

गौरतलब है कि गायनिक ओपीडी में जिलेभर से हर दिन सौ से अधिक पेशेंट रूटीन जांच के लिए आती हैं। एक ओर स्वास्थ्य महकमा गर्भवती महिलाओं और प्रसुताओं को संवेदनशील पेशेंट मानकर जांच और इलाज करने कहता है वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन इस तरह के नियम लागू कर गर्भवती को ठंडे फर्श पर चलने मजबूर कर रहा है।

ओटी और लेबर रूम के लिए हैं नियम-

ऑपरेशन थिएटर और लेबर रूम में संक्रमण का खतरा अधिक होता है इस वजह से बाहर जूते-चप्पल उतारने के नियम हैं, लेकिन ओपीडी के बाहर गर्भवती को चप्पल उतारने का नियम नहीं है। इसके बाद भी ओपीडी के बाहर गर्भवती महिलाओं की चप्पलें उतरवाई जा रही हैं।

गंदगी न हो इसीलिए चप्पल की मनाही-

ओपीडी में साफ सफाई के लिए पर्याप्त स्टाफ हैं बावजूद इसके यह तर्क दिया जा रहा है कि ओपीडी की साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने पेशेंट से चप्पल बाहर उतरवाई जाती है। यह नियम किसने लागू किए है इसकी जानकारी स्टाफ को भी नहीं है। इस सबके बीच ठंड में गर्भवती परेशान हो रही है।

जांच और सोनोग्राफी कक्ष में सतर्कता जरुरी-

गर्भवती महिलाओं को सिर्फ जांच रूम और सोनोग्राफी कक्ष में जाते वक्त चप्पल उतराने की जरुरत है। जांच रूम और सोनोग्राफी सेंटर में संक्रमण न हो इसका ध्यान रखना जरुरी है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को ओपीडी मंे चप्पल उतराने की जरुरत नहीं है।

क्या कहते हैं अधिकारी-

ओपीडी के बाहर पेशेंट से जूते-चप्पल उतरवाने को कोई नियम नहीं है। गायनिक ओपीडी में ऐसा हो रहा है तो सुधार कराया जाएगा। किसी भी मरीज को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।

- डॉ.रवि टांडेकर, प्रभारी सीएस, जिला अस्पताल

Created On :   24 Nov 2025 1:24 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story