Pune City News: विदेशों में भारतीय नर्सों की मांग बढ़ी : एवलिन कन्नन

विदेशों में भारतीय नर्सों की मांग बढ़ी : एवलिन कन्नन
  • डॉ. एनी कुमार ने कहा नर्स की भावनात्मक सहयोग की जगह कोई नहीं ले सकता
  • -मानवीय सेवा से जुड़ा है नर्सिंग पेशा

भास्कर न्यूज, पुणे। स्वास्थ्य क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग बढ़ रहा है। नर्स के भावनात्मक आधार और मानवीय स्पर्श की जगह कोई नहीं ले सकता। यह विचार द ट्रेंड नर्सेस एसोसिएशन ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एनी कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि उन्नत तकनीक का उपयोग, भावनात्मक सहयोग और मानवीय स्पर्श ही बेहतर परिचारिका की पहचान है। नर्सिंग पेशे में ज्ञान का अपडेट, तकनीक-सुलभ कार्यपद्धति और नर्सों को उचित मानधन, सम्मान व सुरक्षा दिलाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्रीय महासचिव एवलिन कन्नन ने कहा कि भारत में नर्सिंग क्षेत्र भले ही अपेक्षित ग्लैमर प्राप्त न करता हो, लेकिन विदेशों में स्थिति बिल्कुल अलग है। कई देशों में नर्सिंग को एक अत्यंत सम्मानित एवं महत्वपूर्ण करियर माना जाता है। प्लेसमेंट प्रोग्रामों के माध्यम से भारतीय नर्सों को अब सीधे विदेशों में सेवा देने का अवसर मिल रहा है। विश्व स्तर पर भारतीय नर्सों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।

-मानवीय सेवा से जुड़ा है नर्सिंग पेशा

द ट्रेंड नर्सेस एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TNAI) और TNAI महाराष्ट्र राज्य द्वारा लोनी कालभोर के माईर्स विश्वराज इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग में हुए तीन दिवसीय द्वैवार्षिक राष्ट्रीय नर्सिंग सम्मेलन हुआ। पत्रकारों से डॉ. एनी कुमार ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य नर्सिंग छात्रों को नेटवर्किंग, विचारों के आदान–प्रदान, नए ट्रेंड, नए पाठ्यक्रम और नई तकनीक से अवगत कराना है। नर्सिंग पेशा किसी अन्य पेशे से अधिक मानवीय सेवा से जुड़ा है। देश में नर्सिंग शिक्षण संस्थानों का जाल बढ़ा है, लेकिन सरकारी संस्थानों एवं अस्पतालों में नर्सों को मिलने वाला मानधन और सुविधाएं निजी संस्थानों की तुलना में बहुत कम हैं। यह नर्सेस के सामने गंभीर चुनौती है। उनके काम के घंटे और सुरक्षा भी बेहद महत्त्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कन्नन ने बताया कि नर्सिंग पाठ्यक्रम में समय-समय पर आवश्यक बदलाव किए जाते हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से हो रहे तकनीकी बदलावों—नई मशीनें, उपकरण, प्रक्रियाएं—इन सभी की जानकारी और प्रशिक्षण नर्सों को दिया जाता है। पश्चिम क्षेत्र की उपाध्यक्ष दीपकमल व्यास, महाराष्ट्र शाखा के अध्यक्ष राजाभाऊ राठौड़, सचिव रत्ना देवरे, तथा विश्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डॉ. शिवचरण सिंह गंधार उपस्थित थे।

Created On :   24 Nov 2025 5:39 PM IST

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