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Jabalpur News: नाले के किनारे उपजे गाजर, मूली खाने से पैरासाइट पेट तक जा रहे

Jabalpur News: नाले या नाली के किनारे जो विंटर सीजन में मूली, गाजर और चुकंदर उपजाई जा रही हैं। इनका सेवन करने में बेहद सावधानी की जरूरत है। सलाद के रूप में जब ऐसी सब्जियों को बिना क्लीनिंग खाया जाए तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं सामने आ रही हैं। फीता कृमि, एसकेरेस, थ्रेड वर्म और हुक वर्म इन्ही सब्जियों के सहारे गंदगी के साथ पेट तक पहुंच रहे हैं। ये पैरासाइट जब सब्जियों से शरीर में पहुंच रहे, तो इसी मर्ज से लोगों का जीवन तबाह हो रहा है।
मल के रास्ते से खून आना, दिमाग में झटके आना, पित्त की नली में पहुंचकर ज्वाइंडिस, रक्त संक्रमण में एनीमिया को जन्म देना व कई खतरनाक और जानलेवा मर्ज इन नाले किनारे होने वाली सब्जियों की वजह से हो रहे हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि शहर में बहुत बड़ी आबादी नाले के किनारे पैदा होने वाली सब्जियों के खाने से ही बीमार हो रही है। सर्दियों के इन दिनों में सलाद खाने में सावधानी बरतनी चाहिए। वहीं पालक, चौलाई की भाजी और लाल भाजी जैसे हरी सब्जियों को खाने से पहले गर्म पानी या नमक के साथ धोना बेहद जरूरी है।
सलाद खाएं लेकिन पूरी तरह सफाई करके -
सीनियर सर्जन डॉ. केसी देवानी कहते हैं कि सलाद खाएं इसमें कोई परेशानी नहीं है। सलाद फाइबर के लिए जरूरी है पर इसको खाने के पहले मूली, गाजर,चुकंदर को अच्छे से धाेएं। उस हिस्से को छील लें जहां पर वर्म या पैरासाइट पनपते हैं। किसी सार्वजनिक भोज में विशेष तौर पर सलाद खाने से परहेज करें, यदि खाएं तो यह तय कर लें कि इसमें मूली, गाजर को सही धोया गया है या नहीं। कच्ची सब्जियों के खाने में सतर्कता बेहद जरूरी है।
सलाद खाना भारी पड़ गया प्लास्टिक सर्जन को
महाकौशल एरिया के एक प्लास्टिक सर्जन को सलाद खाना बहुत पंसद है। जल्दबाजी में उन्होंने कई बार मूली, गाजर खाई जिसमें एक (टेप वर्म) फीता क्रमि शरीर में पहुंचा और बाद में ब्रेन में जाकर झटका आने का कारण बन गया। एक्सपर्ट चिकित्सक को जब झटका आना शुरू हुआ तो लगा कि जैसे कोई ट्यूमर और बड़ी समस्या हो सकती है, लेकिन जब चिकित्सीय जांच शुरू की गई तो पता चला कि संभवत: कच्ची सलाद बिना क्लीनिंग खाने से यह पैरासाइट पेट से ब्रेन तक पहुंचा, जिसकी वजह से झटके आ रहे हैं।
नाले के पानी और सब्जियों के लिए सैम्पल, दो मोटर पंप जब्त
जनस्वास्थ्य से खिलवाड़, दूसरे दिन भी जारी रही कार्रवाई
गंदे नाले से सब्जी उगाने के मामले में दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी रही। जिला प्रशासन, नगर निगम, खाद्य सुरक्षा और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त कार्रवाई में पानी और सब्जियों के सैम्पल लिए गए। इसके साथ ही दो मोटर पंप जब्त किए गए। कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह और निगमायुक्त रामप्रकाश अहिरवार के निर्देश पर रविवार को सुबह से ही संयुक्त टीम जांच में जुटी रही।
जांच के दौरान गंदे नाले के पानी से उगाई जा रही सब्जियों के सैम्पल भी एकत्रित किए गए। इन सैम्पलों को प्रयोगशाला में भेजा जाएगा, ताकि उनमें मौजूद हानिकारक रसायनों, भारी धातुओं और जीवाणुओं का पता लगाया जा सके। एक्सपर्ट का कहना है कि गंदे नाले के पानी से उगाई जा रही सब्जियों के सेवन से लीवर, किडनी की बीमारियों और कैंसर का भी खतरा होता है। इस कार्रवाई से गंदे नाले के पानी से सब्जी उगाने वालों में हड़कम्प मच गया है।
भविष्य में होगी और सख्त कार्रवाई
कलेक्टर और निगमायुक्त ने कहा है कि जनस्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भविष्य में और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई में अपर आयुक्त वित्त विद्यानंद बाजपेयी, स्वास्थ्य अधिकारी अंकिता बर्मन, अतिक्रमण शाखा प्रभारी मनीष तड़से, सहायक यंत्री संजय कुशवाह, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र राज, पोला राव, अर्जुन यादव, रविन्द्र सिंह, अनंत दुबे, किशन दुबे और लक्ष्मण कोरी मौजूद थे।
Created On :   24 Nov 2025 5:58 PM IST












