संयम, त्याग, तप और ज्ञान की प्रतिमूर्ति थे आचार्य श्री

संतों ने आचार्य श्री के चित्र के समक्ष विनयांजलि अर्पित की, बनेगा गौ संवर्धन बोर्ड

डिजिटल डेस्क जबलपुर। जीव दया और अहिंसा के प्रवर्तक आचार्य श्री विद्यासागर महाराज संयम, त्याग, तप और ज्ञान की प्रतिमूर्ति थे। उनके बताए मार्ग पर चलकर हम देश तथा मानव जाति का कल्याण कर सकते हैं। जैन धर्म के प्रवर्तक होने के बावजूद उन्होंने आजीवन सर्वधर्म-सद्भाव का संदेश दिया। यही वजह है कि न सिर्फ जैन धर्म के अनुयायी, बल्कि सभी धर्मों के अनुयायी आचार्यश्री पर गहरी आस्था रखते हैं। उक्त विचार वक्ताओं ने गोलबाजार, शहीद स्मारक में आयोजित आचार्य श्री की विनयांजलि सभा में व्यक्त िकए। कार्यक्रम का शुभारंभ साधना जैन एवं अवशेष बेतिया के मंगलाचरण से हुआ। इसके बाद जनप्रतिनिधियों और संतों ने आचार्य श्री के चित्र के समक्ष विनयांजलि अर्पित की। इस दौरान आचार्यश्री पर निर्मित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी िकया गया।

आचार्य श्री की सलाह पर गौ संवर्धन बोर्ड का गठन

स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज ने कहा िक आचार्य श्री के गौ संवर्धन में किए गए कार्य अकल्पनीय हैं। सरकार भी आचार्य श्री से सलाह लेकर गौ संवर्धन के कार्य करती थी और आचार्य श्री की सलाह से ही मध्य प्रदेश सरकार ने गौ संवर्धन बोर्ड का गठन किया था। आदर्शमति माताजी ने आचार्य श्री की संलेखना के विषय में बताया। इस दौरान श्वेतांबर जैन मुनि गणाधीश पन्यास प्रवर विजय कुशल मुनिजी, जगद््गुरु राघव देवाचार्य, स्वामी गिरीशानंद सरस्वती, ज्ञानेश्वरी दीदी, स्वामी मुक्तानंद, ब्रह्मचारी चैतन्यानंद, साध्वी विभानंद दीदी, स्वामी अशोकानंद, फादर डॉ. बेन अंटो, वर्षा दीदी, अवनीत सिंह सहित मुफ्ती-ए-आजम मौलाना साहब के प्रतिनिधि ने विचार रखे।

नगर निगम बनाएगा स्मारक

आचार्य विद्यासागर महाराज की स्मृतियों को संरक्षित करने के लिए नगर निगम स्मारक बनाएगा। यह घोषणा महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू और कमलेश अग्रवाल ने की। उन्होंने कहा िक इसके लिए प्रबुद्धजनों से चर्चा कर स्थान का चयन िकया जाएगा।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने भेजा संदेश

विनयांजलि सभा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह और ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल के विनय पत्र प्राप्त हुए, जिनका वाचन किया गया। दिगंबर जैन पंचायत सभा के अध्यक्ष कैलाश जैन ने आचार्य श्री द्वारा लिखित महाकाव्य सभी साधु-संतों को भेंट किया। जैन आर्यिका संघ और क्षुल्लक महाराज का संघ भी विनयांजलि सभा में उपस्थित रहा। विनयांजलि सभा का आयोजन दिगंबर जैन पंचायत सभा, दिगंबर जैन संरक्षण सभा और जैन नवयुवक सभा के द्वारा किया गया।

रंगोली रही सबके आकर्षण का केंद्र

बालाघाट से आई श्राची जैन ने दो दिन तक लगातार परिश्रम कर आचार्य श्री का एक रंगोली चित्र बनाया, जो सभी जगह चर्चा का केंद्र रहा। रंगोली को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे किसी ने आचार्य श्री का चित्र पेंट किया हो।

ये रहे मौजूद

महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक लखन घनघोरिया, अशोक रोहाणी, डॉ अभिलाष पाण्डेय, पूर्व मंत्री तरुण भनोत, पूर्व विधायक विनय सक्सेना, विनोद गोंटिया, शरद जैन, कमलेश अग्रवाल, पंकज दुबे, सीए अखिलेश जैन, शरद अग्रवाल, प्रमोद पटेल सहित अन्य ने श्रद्धासुमन अर्पित कर आचार्य श्री को विनयांजलि अर्पित की।

Created On :   27 Feb 2024 11:10 PM IST

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