- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- ब्रिज निर्माण एनओसी के लिए माँगी थी...
ब्रिज निर्माण एनओसी के लिए माँगी थी एक लाख की रिश्वत, 50 हजार में तय हुआ सौदा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। कटनी में ब्रिज निर्माण के लिए एनओसी देने के नाम पर 1 लाख की रिश्वत माँगी गई थी और 50 हजार में सौदा तय हुआ था। सीबीआई की दिल्ली व भोपाल टीम ने सोमवार को जबलपुर में रिश्वत लेते व देते हुए रेलवे के अधिकारी सहित 3 को पकड़ा था। इस मामले में सीबीआई की टीम द्वारा रेलवे, एनएचएआई के अधिकारियों व कर्मचारियों, निर्माण कंपनी के एमडी सहित 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
सूत्रों के अनुसार सीबीआई को सूचना मिली थी कि कटनी में एनएच चौड़ीकरण व रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण का काम श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मिला था। निर्माण कार्य में रेलवे की जमीन आ रही थी जिसके लिए रेलवे की अनुमति जरूरी थी। ठेका कंपनी को अनुमति देने व बिल पास कराने के नाम पर भोपाल डीआरएम कार्यालय में पदस्थ उपमुख्य अभियंता संजय निगम ने एनएचएआई के उपमहाप्रबंधक रामराव दाधे के माध्यम से एक लाख की रिश्वत निर्माण कंपनी से माँगी थी। रेल अधिकारी निगम द्वारा एनओसी लैटर तैयार कर 22 जुलाई को अपने अधीनस्थ कर्मी राकेश चौकसे के हाथ जबलपुर भेजा गया था। इस बात की भनक सीबीआई को लगने पर सोमवार को ट्रेप कार्रवाई की गई थी।
इनको बनाया गया आरोपी
जानकारी के अनुसार रिश्वत मामले में सीबीआई भोपाल द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में भोपाल रेल मंडल कार्यालय के उपमुख्य अभियंता संजय निगम, रेल कर्मी राकेश चौकसे, एनएचएआई के परियोजना निदेशक उपमहाप्रबंधक रामराव दाधे, जबलपुर पचपेढ़ी स्थित श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर के एमडी ज्ञानेंद्र सिंह, कर्मचारी रामसजीवन पाल व एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
ड्रॉइंग व डिजाइन में खामियाँ
जानकारी के अनुसार इस मामले में 12 जुलाई को रेल अधिकारी निगम व एनएचएआई अधिकारी दाधे से संपर्क किया गया था। उनके द्वारा संयुक्त रूप से ब्रिज निर्माण साइट का निरीक्षण करने व ड्रॉइंग और डिजाइन में खामियाँ होने की बात ठेका कंपनी के कर्मचारी रामसजीवन व नारायण दास को दी गई थी। इस मामले में नारायण ने रेल अधिकारी से मुलाकात की थी, वहाँ पर रिश्वत की माँग की गई थी।
Created On :   25 July 2023 11:03 PM IST