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सीजीएसटी रिश्वत कांड: पकड़े गए अफसरों ने तैनात कर रखी थी एक सैकड़ा से अधिक शिकायतकर्ताओं की गैंग
डिजिटल डेस्क जबलपुर। दमोह के तंबाकू कारोबारी से 7 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए सीजीएसटी अधीक्षकों व इंस्पेक्टरोंं से सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में नित नए खुलासे हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार जाँच में इस बात का खुलासा हुआ है कि अधिकारियों द्वारा एक सैकड़ा से अधिक शिकायतकर्ताओं की गैंग बना कर रखी गई थी। अधिकारियों के इशारे पर गैंग के सदस्य जाल बिछाते थे और उसके बाद छापामारी की जाती थी।
सूत्रों के अनुसार तंबाकू कारोबारी त्रिलोकचंद सेन द्वारा दर्ज कराए गए बयान में बताया गया कि पकड़े गए सीजीएसटी अधिकारियों द्वारा फर्जी शिकायत कराने के लिए एक गैंग बनाई गई थी। गैंग के सदस्य अधिकारियों के इशारे पर जहाँ कार्रवाई की जानी है वहाँ की रेकी करते थे और पूरी जानकारी जुटाने के बाद वहाँ पर छापामारी की जाती थी।
गैंग के सदस्यों को भी मिलता था हिस्सा
सूत्रों के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि छापे के बाद मिलने वाली घूस की रकम में 10 फीसदी हिस्सा जाल बिछाने व शिकायत करने वाली गैंग को भी दिया जाता था। सीबीआई की जाँच में इस बात की पुष्टि होना बताया जा रहा है। इसके अलावा आरोपी कपिल विदेश यात्रा का भी शौकीन था, वह हर वर्ष विदेश जाता था। उसके द्वारा विदेश यात्रा पर कितना खर्च किया गया है, इसका भी पता लगाया जा रहा है।
रांझी में तीन मंजिला आलीशान मकान
जानकारी के अनुसार रिश्वत मामले में पकड़े गए अधीक्षक कपिल कांबले ने 10 वर्ष पहले नौकरी जॉइन की थी। करीब 6 माह पहले रांझी क्षेत्र में तीन मंजिला आलीशान मकान खरीदा। इस आधुनिक तरीके से सुसज्जित किए गए मकान में शानो-शौकत की सभी चीजें मौजूद हैं। मकान में इटैलियन मार्बल, जिम, आर्टिफिशियल झरना, चमचमाता फर्नीचर व दरवाजों की सुरक्षा के लिए सेंसर ग्लास डोर लगाए गए हैं। सीबीआई द्वारा विलासिता की इन सभी चीजों का आंकलन कराया जा रहा है।
ड्राइवर रखता था सौदेबाजी पर नजर
जाँच में इस बात का खुलासा हुआ है कि सीजीएसटी अधीक्षक कपिल कांबले का ड्राइवर पूरी सौदेबाजी पर नजर रखता था। जीएसटी कार्यालय में आने-जाने वालों का रिकॉर्ड रखने का जिम्मा सुरक्षा गार्ड का था लेकिन ड्राइवर तय करता था कि कौन अधिकारी से मिलेगा और कौन नहीं मिलेगा।
क्या था पूरा मामला...
तंबाकू कारोबारी की शिकायत पर 18 मई को सीबीआई टीम ने सीजीएसटी कार्यालय में छापा मारकर 7 लाख की रिश्वत लेते हुए अधीक्षक कपिल कांबले, सौमेन गोस्वामी इंस्पेक्टर विकास गुप्ता, प्रदीप हजारी व वीरेंद्र जैनको को पकड़ा था। जाँच के दौरान उनके दफ्तर व घरों से 83.26 लाख रुपए बरामद किए गए थे। पकड़े गए आरोपियों द्वारा रिश्वत के 25 लाख रुपए पहले ही ले लिए गए थे। इस राशि में दो हजार के नोट लेने से इनकार कर दिया गया था।
Created On :   17 Jun 2023 11:42 PM IST