मेडिकल में डिजिटल एक्सरे मशीन बंद,रोजाना होते हैं 400 से 500 एक्सरे

मेडिकल में डिजिटल एक्सरे मशीन बंद,रोजाना होते हैं 400 से 500 एक्सरे
कन्वेंशनल सिस्टम के भरोसे मरीज, हो रही परेशानी

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में डिजिटल एक्सरे मशीन बीते करीब 5 दिनों से बंद है। जिसके चलते मरीज और उनके परिजन परेशान हैं। संभाग के विभिन्न जिलों से रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज यहाँ इलाज के लिए पहुँचते हैं, इनमें से दुर्घटना में घायल मरीजों के अलावा कई अन्य मरीजों को भी एक्सरे की जरूरत होती है। डिजिटल एक्सरे में गड़बड़ी आने के बाद से ही मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। रेडियोलॉजी विभाग में फिलहाल सीआर और कन्वेंशनल सिस्टम से एक्सरे हो रहे हैं, लेकिन जानकारों के मुताबिक पुराने तरीके में जहाँ समय ज्यादा लगता है, वहीं एक्यूरेसी पर भी सवाल उठते हैं। डिजिटल एक्स-रे न होने के कारण मरीजों को मजबूरन बाहर से एक्सरे कराना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि इतने बड़े अस्पताल में मरीजों के लिए एक ही डिजिटल एक्सरे मशीन है, वह भी अब नहीं चल रही। ऐसे में यहाँ एक और मशीन का विकल्प होना चाहिए।

आज हो जाएगा सुधार

डिजिटल एक्सरे मशीन के एक पार्ट में खराबी आ गई थी। मेंटेनेंस देख रही कंपनी को नोटिस देकर जल्द से जल्द ठीक कराने कहा गया था। आज मशीन में सुधार हो जाएगा।

डॉ. संजय पांडेय, विभागाध्यक्ष, रेडियोलॉजी

गड़बड़ी के बाद अब तक नहीं कराया सुधार

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज में एक्सरे मशीन समेत अन्य उपकरणों के मेंटेनेंस का जिम्मा एक निजी ठेका कंपनी के पास है। मशीन में गड़बड़ी के बाद अब तक कंपनी द्वारा सुधार कार्य नहीं कराया गया है। आम दिनों में यहाँ पर रोजाना 400 से 500 एक्सरे किए जाते हैं। ऐसे में अब सैकड़ों मरीज परेशान हैं।

Created On :   6 May 2023 10:26 AM GMT

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