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Jabalpur News: आयुर्वेद कॉलेज की 75 सीटों पर नीट के जरिए मिलेगा दाखिला

- अब नहीं रहेगी 12वीं में 50 फीसदी की बाध्यता, क्यूसीआई के निरीक्षण के बाद मिलेगी रैंकिंग
- शासकीय आयुर्वेद कॉलेज में इसी सत्र से नर्सिंग कॉलेज खोलने की तैयारी भी है।
- आयुर्वेद कॉलेज जबलपुर की ओर से सम्बद्धता के लिए अप्लाई कर दिया गया है।
Jabalpur News: सत्र 2025-26 के लिए गौरीघाट स्थित शासकीय आयुर्वेद कॉलेज को एनसीआईएसएम से मान्यता मिलने के बाद 75 यूजी सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। वहीं आगामी नीट (आयुष) काउंसलिंग के माध्यम से कॉलेज में छात्र प्रवेश ले सकेंगे। इस संबंध में भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग ने भी आयुर्वेद कॉलेजों के लिए निर्देश जारी किए हैं। आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश हेतु आवेदन करने के लिए 10+2 बारहवीं के न्यूनतम 50% पीसीबी मार्क्स की बाध्यता आयोग ने खत्म कर दी है, लेकिन नीट अनिवार्य है।
इसके पूर्व 10+2 बारहवीं में भौतिक, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान में सामान्य ओपन श्रेणी में न्यूनतम 50% तथा अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ा वर्ग की श्रेणियों के लिए 40% मार्क्स अनिवार्य थे, तब ही छात्र आयुर्वेद बीएएमएस में नीट के माध्यम से प्रवेश हेतु आवेदन कर सकते थे। अब केवल 10+2 बारहवीं कक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी या बायोटेक्नोलॉजी विषय के साथ उत्तीर्ण होना जरूरी है।
क्यूसीआई का निरीक्षण इसी माह
सत्र 2025-26 की रैंकिंग के लिए क्यूसीआई द्वारा जारी देशभर के एलिजिबल कॉलेजों की सूची में आयुर्वेद कॉलेज पहले ही जगह बना चुका है। एलिजिबिलिटी लिस्ट जारी होने के बाद अब क्यूसीआई की टीम कॉलेज का निरीक्षण करने इसी माह आने वाली है। सूत्रों के अनुसार निरीक्षण अगले सप्ताह हो सकता है। निरीक्षण के बाद रैंकिंग जारी की जाएगी। बता दें कि पिछले वर्ष शासकीय आयुर्वेद कॉलेज को टॉप-100 आयुर्वेद संस्थानों में जगह मिली थी।
12वीं पास के साथ नीट जरूरी
आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राकेश पाण्डेय ने बताया कि अभी भी आयुर्वेद कॉलेजों में प्रवेश हेतु 12वीं पास होने के साथ-साथ नीट की बाध्यता बरकरार है। संशोधन केवल इतना हुआ है कि 10+2 बारहवीं या समकक्ष परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी या बायोटेक्नोलॉजी विषय के साथ श्रेणीवार सामान्य वर्ग में 50 प्रतिशत व एससी-एसटी, पिछड़ा वर्ग में 40 प्रतिशत अंक होना जरूरी था, जो कि अब संशोधन के पश्चात यह न्यूनतम पर्सेंट न होकर केवल 10+2 बारहवीं उत्तीर्ण होना है।
नर्सिंग कॉलेज खुलेगा 30 सीटों पर हाेंगे प्रवेश
शासकीय आयुर्वेद कॉलेज में इसी सत्र से नर्सिंग कॉलेज खोलने की तैयारी भी है। इस संबंध में शासन की तरफ से निर्देश जारी किए गए हैं। जबलपुर के अलावा भोपाल और उज्जैन के आयुर्वेद कॉलेजों में भी नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे। आयुर्वेद कॉलेज जबलपुर की ओर से सम्बद्धता के लिए अप्लाई कर दिया गया है।
निरीक्षण के बाद ही सम्बद्धता पर निर्णय होगा। इधर 30 सीटें नर्सिंग कॉलेज के लिए जरूरी टीचिंग फैकल्टी चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है। वहीं कुछ विषय आयुर्वेद कॉलेज के प्रोफेसर्स भी पढ़ा सकते हैं। कॉलेज में पहले मौजूद लैब्स को अपग्रेड किया जाएगा, वहीं प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए जिला अस्पताल और एल्गिन अस्पताल स्टूडेंट्स को भेजा जा सकता है। हालांकि अभी फीस स्ट्रक्चर, टीचिंग फैकल्टी की नियुक्ति और सैलरी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
Created On :   17 July 2025 6:52 PM IST