Jabalpur News: बस हादसा-इलाज के लिए तड़पते रहे घायल, सेटिंग करने में जुटे रहे दलाल

बस हादसा-इलाज के लिए तड़पते रहे घायल, सेटिंग करने में जुटे रहे दलाल
बस चालक जमानत पर रिहा घायलों की हालत में सुधार

Jabalpur News: खमरिया थाना क्षेत्र स्थित ओएफके अस्पताल के पास रविवार की दोपहर हुए बस हादसे में घायलों की हालत में सुधार होना बताया जा रहा है। घायलों का कहना है कि हादसे के बाद राहगीरों ने उनकी मदद कर बस से उतारा और पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद वहां कई एम्बुलेंस पहुंच गई थीं। घटनास्थल पर पड़े घायल तड़पते रहे और दलाल सेटिंग में जुटे रहे कि घायलों को किस अस्पताल में भर्ती कराया जाए। उधर पुलिस अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति करने में जुटे थे।

बस हादसे में घायल शहपुरा भिटौनी निवासी सुंदर मरावी, करोंदी निवासी प्रभु विश्वकर्मा, डिंडोरी निवासी आकाश सोनी, राजेश परस्ते ने बताया कि वे लकी ट्रैवल्स की बस क्रमांक एमपी 20 पीए 0914 में सवार होकर डिंडोरी जा रहे थे। ओएफके अस्पताल के पास बस पलट गई थी। हादसे में उनके हाथ-पैर में गंभीर चोटें आई थीं और काफी देर तक वे घटनास्थल पर पड़े कराहते रहे। उसके बाद उन्हें रांझी अस्पताल भेजा गया था।

इसमें से करीब आधा दर्जन घायलों को एम्बुलेंस चालकों ने सेटिंग कर मेडिकल ले जाने के बजाय होमसाइंस रोड स्थित गजकेसरी हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां भर्ती एक मरीज विजय धुर्वे की मौत हो गई थी और परिजनों ने कमीशनबाजी के आरोप लगाए थे। वहीं एक अन्य घायल कांचघर निवासी मैकू सिंह का कंधे का ऑपरेशन हुआ है, बाकी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। घायलों का कहना था कि एम्बुलेंस चालकों की मनमानी के चलते उन्हें इलाज में हजारों रुपये खर्च करने पड़े। घायलों का कहना था कि एम्बुलेंस चालकों की इस तरह की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

सरकारी में नहीं मिलेगा उपचार बोलकर करते हैं गुमराह

सूत्रों के मुताबिक, यह एम्बुलेंस-अस्पताल गठजोड़ एक संगठित रैकेट की तरह काम कर रहा है। गंभीर रूप से बीमार या दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को निजी अस्पताल पहुंचाने के एवज में एम्बुलेंस चालकों को भारी कमीशन दिया जाता है। इस लालच में वे अक्सर मरीजों और उनके परिजनों को गुमराह करते हैं कि सरकारी अस्पताल में इलाज उपलब्ध नहीं है या वहां बेहतर सुविधा नहीं मिल पाएगी।

जमानत पर छूटा बस चालक

हादसे में बस चालक अमित बर्मन भी घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देर रात उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था इसकी जानकारी लगने पर वह अस्पताल से भाग गया था। उसके बाद सोमवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। उसे जमानत पर रिहा किया गया है।

ट्रैवल्स कंपनी का ट्रांसफर

परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिस लकी ट्रैवल्स का संचालन जीवन प्रकाश जायसवाल द्वारा किया जाता था। उनके निधन के बाद वर्ष 2022 में बस कंपनी को उनकी बेटी श्रीमती स्वाति जायसवाल के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया था। उसके बाद से उनके द्वारा कंपनी का संचालन किया जा रहा था।

हादसे में 5 लाख तक मुआवजा

बीमा मामले के जानकार एडवोकेट सुमित रघुवंशी ने बताया कि सड़क हादसों में मरने वालों व घायलों को मुआवजे का प्रावधान है। बस दुर्घटना में मृत्यु होने पर 5 लाख तक का मुआवजा दिया जाता है, वहीं गंभीर चोट लगने की स्थिति में ढाई लाख का मुआवजा मिलता है। वहीं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में दुर्घटना में मृत्यु या पूर्ण विकलांगता के लिए 2 लाख और आंशिक विकलांगता के लिए 1 लाख का कवरेज प्रदान किया जाता है।

Created On :   3 Dec 2025 5:35 PM IST

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