Jabalpur News: वाहन निर्माणी के गेट पर दस्तावेज समेत पकड़ाए, 10 माह बाद दर्ज हुआ मुकदमा

वाहन निर्माणी के गेट पर दस्तावेज समेत पकड़ाए, 10 माह बाद दर्ज हुआ मुकदमा
  • को-ऑपरेटिव सोसायटी में बड़े फर्जीवाड़े की आशंका, ऑडिट के बाद होगा गड़बड़ी का खुलासा
  • सोसायटी में सहकारिता विभाग की तरफ से ऑडिट कराया जा रहा है।

Jabalpur News: वाहन निर्माणी के मेन गेट पर सरकारी दस्तावेजों के साथ रंगे हाथ पकड़े जाने के मामले में पुलिस ने 10 महीने बाद अब जाकर मुकदमा दर्ज किया है। मामले में महिला कर्मचारी के अलावा उसके तीन अन्य साथियों को भी आरोपी बनाया गया है।

पुलिस के अनुसार सोसायटी कर्मचारी प्रीति यादव, प्राइवेट कर्मी सरस्वती कोल, सागर पटेल और सज्जन कुमार के साथ 9 अक्टूबर 2024 को शाम के वक्त सोसायटी कार्यालय पहुंची। यहां से उन्होंने कट लिस्ट, डेली पेमेंट रजिस्टर, डेली पेमेंट वाउचर और लोन फंड के दस्तावेज लेकर बाहर निकल आई। मेन गेट पर पहुंचने पर सुरक्षा कर्मी ने उसे रोका और दस्तावेजों की जानकारी ली।

पूछताछ में कोई जवाब नहीं

जवाब न मिलने पर सभी को वहीं गेट पर ही रोक लिया गया और सोसायटी अध्यक्ष को खबर की गई। इसके बाद अध्यक्ष अम्बरीश सिंह मौके पर पहुंचे। इसी दौरान प्रीति के साथ मौजूद सरस्वती, सागर और सज्जन ने जमकर हंगामा भी किया। दस्तावेज जब्त करने के साथ ही मामले की शिकायत रांझी थाने में दी गई।

लाखों का फर्जीवाड़ा

को-ऑपरेटिव सोसायटी अध्यक्ष अम्बरीश सिंह का कहना है कि समिति में लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया है। शिकायत होते ही आरोपियों ने लेने-देन से जुड़े कई दस्तावेजों को गायब करने का सिलसिला शुरू किया और इसी दौरान रंगे हाथ पकड़े गए। सोसायटी में सहकारिता विभाग की तरफ से ऑडिट कराया जा रहा है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पता चला सकेगा कि कितने रुपए की धांधली की गई है।

Created On :   4 Aug 2025 6:27 PM IST

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