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Jabalpur News: पौने तीन साल में ही उजड़ गया पौने दो करोड़ से संवारा गया उद्यान

- सिविक सेंटर उद्यान के हाल: स्मार्ट सिटी ने 2022 में कराया था सौंदर्यीकरण, अब हर तरफ झांक रही अव्यवस्था
- अंधेरा होते ही सिविक सेंटर उद्यान के अंदर अवैध गतिविधियां शुरू हो जाती हैं।
Jabalpur News: विकास और सौंदर्यीकरण के नाम पर किस तरह लाखों-करोड़ों की होली खेली जाती है, शहर के बीचों-बीच स्थित सिविक सेंटर गार्डन इसका एक जीता-जागता उदाहरण है। करीब पौने तीन साल पहले पौने 2 करोड़ रुपए खर्च करके संवारा गया यह गार्डन फिर से बदहाल हो गया है। जहां-तहां गंदगी बिखरी नजर आ रही है। इसकी दुर्दशा देखकर लोग हैरान हैं। उनका कहना है कि लापरवाही और मॉनिटरिंग की कमी इस गार्डन की दुर्दशा का कारण बनी है। इसकी जांच व जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए।
शहर के प्रमुख बड़े उद्यानों में सिविक सेंटर उद्यान भी एक है। जानकारों के अनुसार यह उद्यान जेडीए ने पहले तैयार कराया और बाद में नगर निगम को सौंप दिया था। अनदेखी के कारण हरा-भरा उद्यान उजड़ गया और फिर हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दोबारा तैयार कराया गया। स्मार्ट सिटी ने तैयार करके नगर निगम को सौंपा और उद्यान फिर बदहाली का शिकार हो गया है।
क्षेत्रीय व्यापारियों ने बताया कि उद्यान में असामाजिक तत्व सुबह से देर रात तक यहां डेरा जमाए रहते हैं। इसके इर्दगिर्द पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है। पार्क के चारों तरफ अवैध दुकानदारों का जाल फैला है। इन दुकानों के सामने खड़े होने वाले वाहनों की वजह से यहां अक्सर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है।
पुलिस भी नहीं करती चेक
क्षेत्रीय व्यापारियों ने बताया कि शहर के बीचों-बीच बने उद्यानों में क्या चल रहा है, इसके लिए पुलिस को भी समय-समय पर चेक करना चाहिए पर उनके द्वारा भी सर्चिंग नहीं की जाती है। जिसके कारण नशा करने वाले भी इसे अपना अड्डा बनाए हुए हैं। इस पर अंकुश लगना चाहिए।
अंधेरा होते ही शुरू हो जाती हैं अनैतिक गतिविधियां
अंधेरा होते ही सिविक सेंटर उद्यान के अंदर अवैध गतिविधियां शुरू हो जाती हैं। जिसके कारण वहां पर जो सभ्य व्यक्ति परिवार के साथ जाता भी है तो वह पलटकर वापस आ जाता है। नागरिकों का कहना है कि यहां प्रकाश के साथ सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था की जानी चाहिए।
भारतमाता मंदिर का हो रहा निर्माण
निगम उद्यान विभाग के सब-इंजीनियर अमन तिवारी का कहना है कि वे उद्यान की सफाई निरंतर करा रहे हैं और वर्तमान में एक हजार फीट में भारतमाता मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है और गार्डन जहां क्षतिग्रस्त है वहां का रखरखाव कराकर जल्द ही नया स्वरूप दिया जाएगा। पूरा कार्य 57 लाख रुपए की लागत से कराया जा रहा है।
ठेले-टपरे वालों का कब्जा
उद्यान के तीन छोर में चाट-फुल्की वालों का कब्जा है। यहां पर अवैध तरीके से दुकानें लगाकर उद्यान की शोभा को खराब किया जा रहा है और कई ठेले वाले उद्यान के अंदर सामान रख रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि वहां पर सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा गार्ड भी तैनात नहीं है कि रोक-टोक कर सके। उद्यान के अंदर कई स्थानों में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। जिसे उठाने वाले कर्मचारी सुबह आते तो हैं पर पूरी तरह साफ किए बगैर ही चले जाते हैं। लोगों का कहना है कि सड़ी-गली सामग्री की दुर्गंध के कारण यहां खड़े होना तक मुश्किल हो जाता है।
Created On :   18 Aug 2025 1:46 PM IST