- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- क्लीन नर्मदा-ग्रीन जबलपुर के साथ...
दैनिक भास्कर साइक्लोथॉन 2025: क्लीन नर्मदा-ग्रीन जबलपुर के साथ नंबर-1 बनेगा जबलपुर

- शहरवासियों ने "क्लीन नर्मदा, ग्रीन जबलपुर' की थीम पर की साइक्लिंग
- बाॅलीवुड एक्टर मुकेश ऋषि ने बढ़ाया प्रतिभागियों का हौसला, फिल्मी अंदाज ने किया सभी काे आकर्षित
- पोस्टर के माध्यम से दिए पर्यावरण संरक्षण के संदेश
Jabalpur News: दैनिक भास्कर ने जबलपुर काे एक पहचान दी है। विश्व में आज भास्कर सर्वाधिक रीडरशिप में प्रथम तीन स्थान में है। जबलपुर को इसी तरह की ऊर्जा मिलती रहे तो क्लीन नर्मदा-ग्रीन जबलपुर के साथ जबलपुर नंबर-1 जबलपुर बनेगा। इसके लिए हमेें मिलकर काम करना होगा और इसकी शुरुआत हो चुकी है। उक्त विचार राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा ने दैनिक भास्कर साइक्लोथॉन 2025 के समापन के मौके पर शिवाजी मैदान में व्यक्त किए।
रानीताल स्टेडियम से शुरू हुई साइक्लोथॉन शिवाजी मैदान पर खत्म हुई। समापन कार्यक्रम में प्रतिभागियों को अलग-अलग कैटेगरी में पुरस्कारों से नवाजा गया। कार्यक्रम में साइकिल की बकेट में रखे गमले और उसमें लगे पौधे, हर किसी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते नजर आए। वहीं कुछ ने साइकिल में तिरंगा लगाया। इसके अलावा साइकिल रैली में खास आकर्षण का केन्द्र बटरफ्लाई ग्रुप की महिलाएं रहीं।
साइक्लोथॉन में 7 से 10 वर्ष के बच्चे अपनी मिनी साइकिलों में कलरफुल सजावट के साथ पहुंचे, वहीं 92 वर्षीय बुजुर्ग ने भी पूरे उत्साह से आयोजन में भाग लेकर जज्बा दिखाया। मां नर्मदा की जयकार... के साथ साइक्लिस्ट्स ने अपनी यात्रा शुरू की।
हौसला और सोच बुलंद रखें
आप सबको मेरा प्रणाम ... रौबदार आवाज और अपने चिरपरिचित सिनेमाई अंदाज को लेकर अभिनेता मुकेश ऋषि कुछ इन्हीं शब्दों के साथ प्रतिभागियों के बीच मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि यहां बड़ी संख्या में स्पोर्ट्समैन देखने मिल रहे हैं। हार-जीत जिंदगी में होती रहती है, लेकिन चिंगारी से कभी घबराना नहीं, क्योंकि चिंगारी एक दिन ज्वालामुखी का रूप ले लेती है।
जिंदगी में हौसला और सोच बुलंद रहनी चाहिए। मन के जीते जीत है, मन के हारे हार .. हार गया जो बिन लड़े, उस पर है धिक्कार। मुझे यह लगता है कि मकसद नहीं भूलना चाहिए। जिंदगी में सबसे पहला दोस्त आप स्वयं को बनाइए। या तो एक स्पोर्ट्समैन की जिंदगी जी लो, या दवाएं खाकर जिंदगी गुजार लो। अपनी सेहत के बारे में सोचें, अपने देश के बारे में सोचें। दैनिक भास्कर ने मुझे इस मौके पर याद किया, उसके लिए बहुत शुक्रिया।
हमेशा अपना दायरा बढ़ाते रहें
अपनी फिल्मी यात्रा साझा करते हुए अभिनेता श्री ऋषि ने कहा कि मैंने मुंबई पहुंचने के बाद हिन्दी फिल्में कीं, उसके बाद तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ फिल्में भी कीं। अपना दायरा हमेशा बढ़ाया और यह सिलसिला अभी भी चल रहा है। जिंदगी में हमेशा अपना दायरा बढ़ाते चलिए और नया सीखते चलिए। भाषा को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं, मैं कहूंगा हर भाषा जरूरी है। जब मैं तमिल या तेलुगु में डायलॉग बाेलता हूं तो वो लाेग खुश होते हैं कि मुंबई से आया व्यक्ति, उनकी भाषा मंे बात कर रहा है।
सुनाए दमदार डायलॉग्स | अभिनेता श्री ऋषि ने अपने वक्तव्य के दौरान प्रतिभागियों को अपने अभिनय के रंग भी दिखाए और कुछ फेमस डायलॉग्स सुनाए। अपनी दमदार आवाज में उन्होंने कहा... मैं बुलबुला नहीं जलजला हूं, जिसे सुनते ही तालियां की गड़गड़ाहट गूंज उठी। इसके बाद उन्होंने नाम है बुल्ला, करता हूं जो भी, करता हूं खुल्लम खुल्ला.. जैसे संवादों से भी मनोरंजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत दैनिक भास्कर के मैनेजिंग डायरेक्टर कैलाश अग्रवाल, जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश अग्रवाल, रीजनल संपादक (इस्टेट) मनीष गुप्ता और समाचार संपादक गिरीश पांडेय ने किया। आयोजन में राजुल करसोलिया, असगर अली, पत्रकार आशीष शुक्ला भी मौजूद रहे। संचालन इस्लाम खान ने किया।
शिवाजी मैदान में समापन कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा सांसद श्री तन्खा का स्वागत करते दैनिक भास्कर के ज्वाइंट एमडी राकेश अग्रवाल।
हमेशा अपना दायरा बढ़ाते रहें
अपनी फिल्मी यात्रा साझा करते हुए अभिनेता श्री ऋषि ने कहा कि मैंने मुंबई पहुंचने के बाद हिन्दी फिल्में कीं, उसके बाद तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ फिल्में भी कीं। अपना दायरा हमेशा बढ़ाया और यह सिलसिला अभी भी चल रहा है। जिंदगी में हमेशा अपना दायरा बढ़ाते चलिए और नया सीखते चलिए। भाषा को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं, मैं कहूंगा हर भाषा जरूरी है। जब मैं तमिल या तेलुगु में डायलॉग बाेलता हूं तो वो लाेग खुश होते हैं कि मुंबई से आया व्यक्ति, उनकी भाषा मंे बात कर रहा है।
मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट्स में पढ़ाई जाती है ग्रोथ स्टोरी | राज्य सभा सांसद श्री तन्खा ने कहा कि 40 वर्ष पूर्व दैनिक भास्कर जबलपुर आया। मैं उस दिन से दैनिक भास्कर से जुड़ा हूं, जब जबलपुर में समूह ने पहला कदम रखा। 4 संस्करणों से शुरू हुई यात्रा 80 संस्करणों तक पहुंच गई है। दैनिक भास्कर समूह की ग्रोथ स्टोरी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट्स में पढ़ाई जाती है कि कैसे एक अखबार अपने पाठकों के साथ मिलकर सफलता हासिल करता है।
दैनिक भास्कर परिवार से यही कहूंगा कि आपने सिर्फ न्यूजपेपर शुरू नहीं किया है, आपने एक संस्था को जन्म दिया है। यह संस्था जबलपुर को लेकर चिंतित है और क्लीन नर्मदा-ग्रीन जबलपुर जैसे अभियान के साथ आगे बढ़ रही है। साइक्लोथॉन में जो प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं, उनमंे 90 से अधिक उम्र के बुजुर्ग भी हैं। जो यह दिखाता है कि वे कितने युवा हैं।
स्वस्थ रहें और शहर को स्वच्छ रखें| महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि दैनिक भास्कर के ऐतिहासिक 39 वर्ष पूरे हुए हैं, उसके लिए बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं। नागरिकों के हित के लिए पत्रकारिता के अलावा जो सामाजिक गतिविधियां दैनिक भास्कर कर रहा है, यही चौथे स्तंभ का कार्य है। दैनिक भास्कर ने हमेशा अच्छी पहल की है। मां नर्मदा आस्था के केंद्र के साथ जीवनदायिनी भी हैं, उनके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
ग्रीन जबलपुर के लिए पौधारोपण जरूरी है। साइक्लोथॉन से भी हमें एक अच्छा संदेश मिला है कि स्वस्थ रहने के साथ हमें अपने शहर को स्वच्छ रखना है और मां नर्मदा को दूषित नहीं होने देना है। दैनिक भास्कर के क्लीन नर्मदा-ग्रीन जबलपुर के मिशन को और आगे बढ़ाना है। सभी प्रतिभागी आज अपने आप में विजेता हैं।
स्वस्थ रहें और शहर को स्वच्छ रखें| महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि दैनिक भास्कर के ऐतिहासिक 39 वर्ष पूरे हुए हैं, उसके लिए बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं। नागरिकों के हित के लिए पत्रकारिता के अलावा जो सामाजिक गतिविधियां दैनिक भास्कर कर रहा है, यही चौथे स्तंभ का कार्य है।
दैनिक भास्कर ने हमेशा अच्छी पहल की है। मां नर्मदा आस्था के केंद्र के साथ जीवनदायिनी भी हैं, उनके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। ग्रीन जबलपुर के लिए पौधारोपण जरूरी है। साइक्लोथॉन से भी हमें एक अच्छा संदेश मिला है कि स्वस्थ रहने के साथ हमें अपने शहर को स्वच्छ रखना है और मां नर्मदा को दूषित नहीं होने देना है। दैनिक भास्कर के क्लीन नर्मदा-ग्रीन जबलपुर के मिशन को और आगे बढ़ाना है। सभी प्रतिभागी आज अपने आप में विजेता हैं।
रानीताल स्टेडियम से प्रतिभागियों को फ्लैग ऑफ कर रवाना करते दैनिक भास्कर के एमडी कैलाश अग्रवाल, अभिनेता मुकेश ऋषि, राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू एवं विधायक नीरज सिंह।
संदेश ऐसे जाे लाएंगे परिवर्तन...
> 84 वर्षीय बुजुर्ग महिला भी अपनी ग्रीन साइकिल को लेकर कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने सामने बकेट और पीछे सीट पर पौधे रखकर पौधारोपण का संदेश दिया।
> शराब, स्मैक, तंबाकू को कहें ना..., पौधे लगाओ, प्रदूषण भगाओ, वृक्ष हैं तो हम हैं.., पेट्रोल बचाइए, साइकिल चलाइए...। कुछ ऐसे ही संदेश प्रतिभागी की साइकिल में लगे पोस्टर में दिखाई दिए।
> कब्र में जाने से पहले ही मिटा दी जाती हूं, क्योंकि मैं बेटी कहलाती हूं... मां मैं तेरे आंचल की खुशबू बनना चाहती हूं, पर तूने मुझे कोख की मिट्टी बना दिया...। सेव गर्ल चाइल्ड को लेकर नन्हीं प्रतिभागी की साइकिल में इस तरह के संदेश देखने मिले।
> पेड़-पौधे लगाना सीखो, शुद्ध सांसें लेकर देखो, लम्बा जीवन जीना सीखो...।
Created On :   18 Aug 2025 1:12 PM IST