Jabalpur News: लापरवाही से बुझ गए दो घरों के चिराग, गलती किसकी जिम्मेदार कौन, जवाब-"कोई नहीं’!

लापरवाही से बुझ गए दो घरों के चिराग, गलती किसकी जिम्मेदार कौन, जवाब-कोई नहीं’!
टेमरभीटा की भीषण घटना के बाद क्षेत्र में मातम और सन्नाटा, मृतकों के परिजन अब भी सदमे में

Jabalpur News: गोरा बाजार टेमरभीटा में हुए हादसे में दो घरों के न केवल चिराग बुझे, बल्कि उनसे जुड़ी जिंदगियां भी तबाह हो गई हैं। चौबीस घंटे बाद भी पूरे क्षेत्र में सन्नाटा और मातम पसरा है। हर हादसे की तरह इस मामले में भी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में कोई पीछे नहीं है। प्रशासन और एमपीईबी के अधिकारियों का कहना रहा कि उनकी तरफ से तो इंतजाम में कोई कमी नहीं रही। लिहाजा, घटना के लिए जिम्मेदार की तलाश अभी जारी है।

आक्रोशित क्षेत्रीय लोगाें का कहना है कि शांति समिति की बैठक में झूलते विद्युत तारों की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की गई थी, अगर 11 केवी लाइन की ऊंचाई बढ़ा दी गई होती तो हादसा नहीं होता। बैठक में पुलिस प्रशासन और विद्युत विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे, इसके बाद कोई तैयारी नहीं की गई।

इस मार्ग से लाई गई थी प्रतिमा

क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि स्थापना के लिए प्रतिमा को इसी मार्ग से पंडाल तक ले जाया गया था। विद्युत कंपनी की जिस 11 केवी लाइन से टकराकर यह हादसा हुआ, उसकी ऊंचाई करीब 20 फीट बताई जा रही है। वहीं विसर्जन के दौरान प्रतिमा के ऊपर छत्र को पाइप से बांधा गया था, जो कि विद्युत लाइन से टकराया। कहा जा रहा है कि विद्युत विभाग और पुलिस की टीम ने एहतियात बरती होती तो हादसा टल सकता था।

घटना के दौरान नहीं थे अधिकारी

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि जुलूस के दौरान प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं थे और न ही बिजली कंपनी का लाइन स्टाफ। हादसे के काफी देर बाद मौके पर अधिकारी पहुंचे। हादसे में मृत देवेंद्र व अखिलेश ट्राॅला पकड़कर चल रहे थे और सड़क पर पानी हाेने के कारण उन्हें जाेरदार झटका लगा। वहीं ट्राॅला के ऊपर लकड़ी के पटिये पर खड़े होने के कारण कई लोग करंट की चपेट में आने से बच गए। एक दर्जन ऐसे भी रहे जिन्हें करंट का झटका लगा लेकिन वे जल्द संपर्क से हट गए।

मृतकों के परिजनों को मिलेगी आर्थिक मदद

हादसे की जानकारी लगने पर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह व एसपी सम्पत उपाध्याय घटनास्थल पहुंचे और वहां क्षेत्रीय लोगों, घायलों व मृतकों के परिजनों से बात की। दोनाें के परिजनों को 5-5 लाख की सहायता मिलेगी। इसमें कैंट विधायक अशोक रोहाणी ने 50-50 हजार व घायलों को 25-25 हजार की सहायता राशि विधायक निधि से देने की घोषणा की।

नई सड़क बनने से दो फीट ऊंचाई भी बढ़ी

पता चला है कि विगत कुछ समय पूर्व ही यहां एक नई सड़क बनाई गई है। जिससे सड़क की ऊंचाई करीब दो फीट बढ़ गई। लिहाजा, सड़क और विद्युत लाइन के बीच का दायरा और कुछ कम हो गया।

प्रतिमा विसर्जन की जानकारी समिति की तरफ से नहीं दी गई थी। स्टाफ दूसरे फीडर में फाॅल्ट आने के कारण सुधार कार्य कराने में लगा था।

-अभिषेक विश्वकर्मा, कार्यपालन यंत्री, दक्षिण संभाग

शांति समिति की बैठक में गौर क्षेत्र के शिवपुरी में लाइन नीचे होने की बात रखी गई थी। इस पर सुधार के निर्देश भी दिए गए थे। जरूरत पड़ने पर बैठक के मिनट्स भी निकलवाए जा सकते हैं।

-संजय अरोरा, एसई

दो परिवार जिनकी दुनिया उजड़ गई परिवार का इकलौता सहारा था देवेंद्र

हादसे में मृत देवेंद्र विश्वकर्मा प्राइवेट जाॅब करता था। उसकी मां कैंसर से पीड़ित है और पिता बुजुर्ग हैं, वहीं एक भाई भी है, इन सभी का पालन-पोषण व मां के इलाज का जिम्मा देवेंद्र पर था। परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य की मौत से पूरा परिवार सदमे में है और परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। जानकारों के अनुसार हादसे के वक्त मृतक देवेंद्र का छोटा भाई जितेंद्र भी घटनास्थल पर था, जो कि ट्राॅला से दूर चल रहा था।

पत्नी बदहवास, अखिलेश से लिपटी रही

करंट लगने से मृत अखिलेश मार्बल और टाइल्स लगाने की ठेकेदारी करता था। उसकी मौत की खबर से पत्नी पूजा बदहवास होकर पति के नाम की रट लगाए थी। सोमवार को अंतिम यात्रा निकाले जाने के दौरान वह पति के शव से लिपट गई, यह दृश्य देखकर वहां मौजूद रह आंख नम हो गई।

Created On :   7 Oct 2025 6:04 PM IST

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