- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- रोजाना 'लाल' हो रहीं सड़कें, ब्लैक...
Jabalpur News: रोजाना 'लाल' हो रहीं सड़कें, ब्लैक स्पॉट बने मौत के मुहाने

Jabalpur News: जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या गंभीर चिंता का विषय बन गई है। 108 एम्बुलेंस सेवाओं द्वारा दिए गए हालिया आंकड़े इस भयावह स्थिति को दर्शाते हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि प्रदेशभर की सड़कों पर बीते 10 माह में 1 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। यूं तो पूरे प्रदेश की स्थिति चिंताजनक है, लेकिन इन आंकड़ों के गहन विश्लेषण और उपलब्ध अन्य रिपोर्ट्स से पता चलता है कि जबलपुर जिले में स्थिति अत्यंत गंभीर है।
108 एम्बुलेंस के आंकड़े बता रहे हैं कि इस वर्ष जनवरी से लेकर अक्टूबर माह तक जबलपुर जिले में 4 हजार से अधिक सड़क हादसे हुए हैं, जो कि प्रदेश में चौथे स्थान पर है। प्रदेश में पहला नंबर सागर, दूसरा नंबर इंदौर और तीसरा नंबर भोपाल का है। ये आंकड़े स्पष्ट संकेत देते हैं कि जबलपुर की सड़कें नागरिकों के लिए कितनी जोखिम भरी साबित हो रही हैं।
दुर्घटनाओं का बड़ा कारण
सड़क दुर्घटनाओं के इन उच्च आंकड़ों के पीछे एक बड़ा कारण शहर के भीतर और आसपास के "ब्लैक स्पॉट्स' हैं। ब्लैक स्पॉट ऐसे खतरनाक स्थान होते हैं जहां बार-बार दुर्घटनाएं होती हैं। शहर के भीतर और राष्ट्रीय राजमार्गों पर कई ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित किया है, जिनमें दुर्घटना की आशंका सबसे अधिक है। शहर से लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग तक 29 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं।
जागरूकता ही बचाव है
विशेषज्ञों का मानना है कि इन दुर्घटनाओं के पीछे मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना, यातायात नियमों का उल्लंघन करना और सड़कों पर लापरवाही बरतना है। प्रशासन ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार कार्य (जैसे रंबल स्ट्रिप्स, स्पीड ब्रेकर और संकेतक बोर्ड) करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन सबसे बड़ी जिम्मेदारी आम नागरिकों की है।
ये हैं प्रमुख ब्लैक स्पॉट्स
{ तिलवारा से आगे चरगवां-गंगई नहर, बिजौरी, अंधमूक बायपास दीनदयाल चौक कृषि उपज मंडी
{ दमोह-सागर रोड पर कटंगी, पौड़ीघाट और माढ़ोताल पाटन बायपास ब्रिज।
{ जबलपुर-लखनादौन मार्ग पर बंजारी घाटी, जो कि 90 डिग्री के ढलान वाले खतरनाक मोड़ के लिए जानी जाती है, लगातार हादसों का केंद्र बनी हुई है।
{ जबलपुर-नागपुर, जबलपुर-कटनी-रीवा और जबलपुर-दमोह हाईवे पर भी कई स्थानों पर अधिक दुर्घटनाएं होती हैं।
दुर्घटनाओं में देखा गया है कि जो लोग सीट बेल्ट और हेलमेट का उपयोग नहीं करते हैं उन्हें चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।
-तरुण सिंह परिहार, सीनियर मैनेजर, मध्य प्रदेश 108 एम्बुलेंस सेवा
Created On :   27 Nov 2025 6:34 PM IST











