Jabalpur News: 3 साल बाद भी नहीं बदली माढ़ोताल तालाब की तस्वीर, सौंदर्यीकरण तो दूर कब्जे भी नहीं हटाए

3 साल बाद भी नहीं बदली माढ़ोताल तालाब की तस्वीर, सौंदर्यीकरण तो दूर कब्जे भी नहीं हटाए
  • लापरवाही: विरासत के साथ हो रहा खिलवाड़, बातें करके भूल गए जिम्मेदार
  • बारिश के पहले यदि कैचमेंट एरिया से अवैध कब्जे हटाए जाएं, तो तालाब लबालब हो सकता है।
  • स्थानीय नागरिकों के अनुसार तालाब के चारों तरफ कैचमेंट एरिया में अवैध कब्जे हो गए हैं।

Jabalpur News: काफी दिनों तक चले जनांदोलन के बाद न्यायालय के निर्देश पर प्रशासन द्वारा दीनदयाल चौक, आईएसबीटी के समीप स्थित प्राचीन माढ़ोताल को तीन साल पहले शासकीय घोषित किया गया। तत्कालीन कलेक्टर इलैया राजा टी की पहल पर तालाब का सीमांकन भी कराया गया था। इससे उम्मीद जागी थी कि तालाब से अवैध कब्जे हटेंगे और सौंदर्यीकरण होगा। तालाब के किनारों पर पौधारोपण के साथ इसे खूबसूरत लुक देने की बातें भी हुईं, लेकिन लोग इस बात से हैरान हैं कि तीन साल बीतने के बाद भी यहां कुछ नहीं बदला है। तालाब के हालात जस के तस हैं। हर तरफ गंदगी बिखरी पड़ी है। अतिक्रमणाें का जाल भी बढ़ता जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय नागरिकों ने 55 एकड़ के माढ़ोताल तालाब को भू-माफिया के कब्जे से मुक्त कराने के लिए लंबा आंदोलन चलाया था। इसके बाद जाकर माढ़ोताल तालाब को सरकारी घोषित किया गया था। प्रशासन और नगर निगम की ओर से दावे किए गए थे कि तालाब का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। वर्ष 2022 में तालाब के गहरीकरण का काम भी शुरू किया गया था, लेकिन बारिश शुरू हो जाने के कारण गहरीकरण का काम रोक दिया गया। इसके बाद अभी तक दोबारा काम शुरू नहीं कराया गया है। इससे लोगों में असंतोष है।

पिकनिक स्पॉट बन सकता है माढ़ोताल

क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि माढ़ोताल तालाब को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जा सकता है। यहां पर वाटर स्पोर्ट्स की भी सुविधा के साथ तालाब के चारों तरफ पाथवे बनाया जा सकता है, जहां पर लोग सुबह-शाम वॉकिंग कर सकते हैं। इसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी माढ़ोताल के विकास की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं।

निकासी के रास्ते पर हो गए अवैध निर्माण, कॉलोनी में भर रहा पानी

क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि माढ़ोताल तालाब में आईटीआई की तरफ से पानी निकासी का रास्ता है। पानी निकासी के रास्ते में भी कुछ अवैध निर्माण कर लिए गए हैं। ओवरफ्लो होने के बाद तालाब का पानी कॉलोनियों में भर जाता है। इसके बाद भी तालाब की निकासी के रास्ते से अवैध निर्माण नहीं हटाए जा रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों के अनुसार तालाब के चारों तरफ कैचमेंट एरिया में अवैध कब्जे हो गए हैं। इसके कारण कैचमेंट एरिया का पानी तालाब में आना बंद हो गया है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि शहर में जल्द ही मानसून सक्रिय होने वाला है। बारिश के पहले यदि कैचमेंट एरिया से अवैध कब्जे हटाए जाएं, तो तालाब लबालब हो सकता है।

नगर निगम द्वारा माढ़ोताल तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए डीपीआर तैयार कराई जा रही है। डीपीआर को स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू किया जाएगा।

- सत्येन्द्र चक्रवर्ती, संभागीय अधिकारी, नगर निगम

Created On :   31 May 2025 5:05 PM IST

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