Jabalpur News: अब स्टेशन पर यात्रियों को सफर के दौरान मिलेगा इलाज

अब स्टेशन पर यात्रियों को सफर के दौरान मिलेगा इलाज
  • सुविधा }अभी यात्रियों की तबीयत बिगड़ने पर रेल अस्पताल से बुलाने पड़ते हैं डाॅक्टर
  • जबलपुर स्टेशन में जल्द ही उपचार की सुविधा शुरू की जा रही है।

Jabalpur News: ट्रेन में अचानक से अगर किसी यात्री की तबीयत बिगड़ जाये तो अभी जबलपुर स्टेशन में केन्द्रीय रेल अस्पताल से डाॅक्टर को बुलाया जाता है, वहीं दवाई भी बाहर से बुलानी पड़ती है। इस दौरान ट्रेन आधा से एक घंटे तक प्लेटफाॅर्म पर ही खड़ी रहती है। यात्रियों के लिए यह राहत भरी खबर है कि जबलपुर स्टेशन में जल्द ही उपचार की सुविधा शुरू की जा रही है। मुख्य स्टेशन में अब 24 घंटे डाॅक्टर के साथ ही दवाई का स्टोर भी खुला रहेगा।

पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल में अगले सप्ताह से इस सुविधा की शुरुआत हो जाएगी। स्टेशन के साथ ही ट्रेन में अगर जरूरत पड़ती है तो मरीज के साथ डाॅक्टर को भी अगले स्टेशन तक भेजा जाएगा और इमरजेंसी केस में मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की भी व्यवस्था की जाएगी। समय पर उपचार और दवाइयां मिलने से मरीज को राहत मिलेगी और समय पर इलाज मिलने से कई लोगों की जान भी बचाई जा सकेगी। स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर एक पर सातों दिन और 24 घंटे अब डाॅक्टर उपलब्ध रहेंगे और दवाइयां भी हर वक्त मिल सकेंगी।

40 मिनट खड़ी रही ट्रेन

पिछले दिनों एक मरीज को बीपी की दवाई चाहिए थी और जिस कंपनी की वे खाते थे वे उसी दवाई को लेकर अड़े रहे। रेलवे ने बाजार से उस कंपनी की दवाई बुलाई और यात्री को दी। इस दौरान ट्रेन प्लेटफाॅर्म पर 40 मिनट खड़ी रही। मरीज को जब दवाई मिली तब ट्रेन आगे बढ़ी।

ऑक्सीजन सिलेंडर आया तब राहत

यात्रा के दौरान एक यात्री जाे मुंबई इलाज के लिए जा रहे थे उनका ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया। इमरजेंसी में जबलपुर स्टेशन में ऑक्सीजन सिलेंडर बुलवाया गया। इस दौरान करीब 25 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। मरीज को जब ऑक्सीजन सिलेंडर मिला तब उन्हें राहत मिली और ट्रेन आगे बढ़ सकी।

उपचार पाने क्या करना होगा

यात्री रेल मदद एप या फिर 139 पर कॉल करके जानकारी दे सकता है। इसी तरह ट्रेन में टीसी या फिर गार्ड को बताया जा सकता है कि डॉक्टर की जरूरत है। दवाई चाहिए तो उसकी भी जानकारी दी जा सकती है। जिस कोच और सीट नंबर पर यात्री होंगे वहां आकर डाॅक्टर जांच करेंगे और आवश्यक दवाइयां देंगे। इसके लिए सौ रुपए की पर्ची कटेगी जो रेलवे के खाते में जाएगी। वहीं दवाइयों के लिए अलग से भुगतान करना पड़ेगा। इस काम की जिम्मेदारी रेलवे ने एक निजी संस्था को सौंपी है जो सिर्फ दवाइयों को पैसे लेगी और यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराएगी।

यात्रियों के लिए जल्द ही स्टेशन पर यह सुविधा शुरू हो रही है। इसमें 24 घंटे डाॅक्टर के साथ ही दवाइयां भी मिलेंगी। अभी कॉल करने पर रेलवे अस्पताल से डॉक्टर आते हैं इसलिए यह नई व्यवस्था की जा रही है, ताकि मरीजों को समय रहते उपचार मिल सके।

-डॉ. मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम रेलवे

Created On :   1 Sept 2025 5:33 PM IST

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