Jabalpur News: बिजली केबल जमीन पर, ट्रांसफॉर्मर खुले पड़े, पूरा सिस्टम ही तार-तार है!

बिजली केबल जमीन पर, ट्रांसफॉर्मर खुले पड़े, पूरा सिस्टम ही तार-तार है!
लापरवाही } चंद दिनों में 5 जानें चली गईं, लाखों के मेंटेनेंस में सिर्फ पेड़ की काट-छांट, अफसरों में भी खतरों को लेकर गंभीरता नहीं

Jabalpur News: हर हादसा कोई सबक दे जाता है, खामियां उजागर करता है। तकरीबन एक सप्ताह के भीतर ऐसी कई घटनाएं हुईं और सिलसिलेवार जानें जाती रहीं। पलट कर पीछे देखा जाए तो सब कुछ पुराने ढर्रे पर ही है। लापरवाही सिस्टम की रगों में रच-बस गई है। जगह-जगह बिजली के तार जमीन चूम रहे हैं। खुले फ्यूज बॉक्स का करंट अपनी तरफ खींचता रहता है।

पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर हर महीने लाखों खर्च किए जाते हैं। इसके बाद भी बिजली खंभे के नीचे करंट बहते तार झूल रहे हैं और ये लोगों की जान ले रहे हैं। इन हादसों में उन घरों के चिराग बुझ गए जो उनके बुढ़ापे का सहारा बनने वाले थे। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही उन परिवारों पर भारी पड़ गई और वे अब आंसू बहाने मजबूर हैं।

शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं के खंभे तिरछे हैं तो कहीं तार नीचे तक लटके हुए हैं। जो ट्रांसफाॅर्मर लगे हैं उनके ऊपर व नीचे तक खुली लाइनें कभी भी किसी की मौत का कारण बन सकती हैं। ग्रामीण इलाकों में यह दृश्य सबसे अधिक देखा जा रहा है। खेतों पर लगे खंभों के तारों पर, तो कहीं लकड़ी की बल्ली के सहारे लाइनों में करंट बिजली विभाग दौड़ा रहा है पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे।

दो दर्जन से अधिक मौतें

बिजली की चपेट में आने से शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में दो दर्जन से अधिक परिवार की आंखों से आंसू आज भी थम नहीं रहे हैं। लोगों ने जवान बेटों व बच्चों को करंट की चपेट में आने से काल के गाल में समाते हुए देखा है। वहीं बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी भी बिजली सुधार के दौरान चपेट में आने से नहीं बच सके। आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो एक दर्जन आम लोग, तो एक दर्जन बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी मौत के मुंह में समा चुके हैं। यह सिर्फ एक वर्ष की स्थिति के आंकड़े हैं। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक लोग करंट का शिकार होने से आज भी पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हो सके हैं।

अवैध कॉलोनियों में टीसी कनेक्शन

अवैध कॉलोनियों का धड़ल्ले के साथ निर्माण हो रहा है। इनमें भी बिजली विभाग ने टीसी कनेक्शन दे रखा है। टीसी कनेक्शन जो दिया गया है वह मुख्य लाइन से लगभग दो किलोमीटर दूर है। लाइन लकड़ी की बल्ली के सहारे कॉलोनी तक दौड़ाई गई है, जो कभी भी मौत का कारण बन सकती है।

हमारे द्वारा आउटसोर्स के साथ ही सभी कर्मचारियों को करंट से बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। दुर्घटनाएं न हों उसके लिए हमारी पूरी टीम काम कर रही है। बिजली के तार नियम के अनुसार ही खींचकर लगाए जाते हैं।

-केएल वर्मा, मुख्य अभियंता जबलपुर रीजन

खंभों पर तारों का मकड़जाल

शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के अनेक इलाकों में ऐसे ट्रांसफाॅर्मर लगे हैं जो खुले हैं और उनके तार बाहर निकले हैं। इसके साथ ही कटआउट बोर्ड खुले हैं। बिजली के तार जमीन पर लटक रहे हैं, तो कहीं खंभों पर तारों का ऐसा मकड़जाल है कि कभी भी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।

Created On :   8 Oct 2025 6:04 PM IST

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