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Jabalpur News: स्मार्ट मीटर के साथ स्मार्ट वर्किंग देने का था दावा, अब उपभोक्ता परेशान

- मोबाइल और ऑनलाइन पोर्टल पर नहीं रहती अपडेट जानकारी, पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के एक्सपर्ट भी हैरान
- कंपनी के ऑनलाइन डैशबोर्ड और पोर्टल पर स्मार्ट मीटर का पूरा डेटा नहीं पहुंच रहा है।
Jabalpur News: पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने के साथ उपभोक्ताओं को स्मार्ट सुविधाएं देने का दावा तो कर दिया, लेकिन कंपनी का दावा उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। बिजली कंपनी के एक्सपर्ट भी हैरान हैं, क्योंकि उनके द्वारा तैयार किए जाने वाली हर जानकारी समय के साथ अपडेट नहीं हो पा रही। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अब तक 11 लाख 39 हजार स्मार्ट मीटर लगा चुकी है।
इसके बाद भी बिजली कंपनी के डेशबोर्ड में स्मार्ट मीटर का डेटा पूरा नहीं पहुंच रहा है। कंपनी का दावा था कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता को बिजली खपत की जानकारी मोबाइल पर हर 15 मिनट में दिखाई देगी। कहां कितनी बिजली किस समय उपयोग हो रही, यह जानकारी डेटा एनालिसिस के साथ उपभोक्ता को दी जानी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उपभोक्ता की सिर्फ बिजली केंद्रीयकृत व्यवस्था से काटने और जोड़ने के लिए स्मार्ट मीटर का उपयोग किया जा रहा है। जिसको लेकर लगातार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से शिकायतें अधिकारियोंं के पास भी पहुंच रही हैं।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट मीटर लगाकर उपभोक्ताओं को आधुनिक और पारदर्शी सुविधा देने का दावा करने वाली बिजली वितरण कंपनी खुद ही इस दिशा में पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही है। उपभोक्ताओं को यह भरोसा दिलाया गया था कि स्मार्ट मीटर से उन्हें हर 15 मिनट में बिजली खपत की हर जानकारी उनके मोबाइल या ऑनलाइन पोर्टल पर मिलेगी, ताकि वे यह जान सकें कि किस समय कितनी यूनिट बिजली उपयोग हुई और किस उपकरण पर उनका अधिक खर्च हो रहा है। लेकिन फिलहाल यह व्यवस्था केवल कागजों और घोषणाओं तक ही सीमित दिखाई दे रही है।
डैशबोर्ड और पोर्टल में नहीं पहुंच रहा डेटा
जानकारों के अनुसार कंपनी के ऑनलाइन डैशबोर्ड और पोर्टल पर स्मार्ट मीटर का पूरा डेटा नहीं पहुंच रहा है। जिसके चलते उपभोक्ता रियल टाइम में बिजली खपत का ब्यौरा देखने से वंचित हैं। उपभोक्ताओं की शिकायत है कि जब स्मार्ट मीटर लगाने का मुख्य उद्देश्य पारदर्शिता और ऊर्जा प्रबंधन में सुविधा देना था, तब केवल मीटर को रिमोट से जोड़ने और काटने की सुविधा तक इसे सीमित रखना उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है।
स्थिति यह है कि उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से केवल यह सुविधा दी जा रही है, कि बिजली विभाग आवश्यकता पड़ने पर उनका कनेक्शन रिमोट से बंद या चालू कर सकता है। यानी इसका लाभ मुख्य रूप से विभाग को हो रहा है, उपभोक्ता को नहीं। उपभोक्ता को जहां वास्तविक समय में बिजली खपत का ब्यौरा मिलना चाहिए, वहीं उन्हें अब इसके लिए भी महीने के अंत में आने वाले बिल का इंतजार करना पड़ रहा है।
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर के जरिए उपभोक्ता को निरंतर बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है। अभी स्मार्ट बिजली एप में बहुत जानकारी उपभोक्ता के उपयोग की उपलब्ध करवा रहे हैं, जिसकी अपग्रेडेशन प्रक्रिया निरंतर जारी है, इसके लिए टीम लगातार काम कर रही है।
Created On :   10 Sept 2025 4:00 PM IST