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Jabalpur News: जिम्मेदारों को नहीं दिख रहे ये खुले चैम्बर, आखिर कब खुलेगी नींद

Jabalpur News: शहर के हृदय स्थल गोलबाजार में ही जगह-जगह नाली के चैम्बर खुले हैं, जो आम नागरिकों और पशुओं के लिए डेंजरस बन चुके हैं। क्षेत्रीय नागरिक कई बार शिकायत कर चुके हैं। इसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी इनको बंद नहीं कर रहे हैं। शहर में जगह-जगह खुले चैम्बर की वजह से लगातार घटनाएं हो रही हैं, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी ने गोलबाजार क्षेत्र में सड़क और नाली निर्माण में 35 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। यहां पर भूमिगत नालियों पर साफ-सफाई करने के लिए चैम्बर बनाए गए। चैम्बर बंद करने के लिए उस पर ढक्कन लगाए गए। इसके बाद सड़क को नगर निगम को सौंप दिया गया। देखरेख के अभाव में ढक्कन चोरी हो गए। अब जगह-जगह चैम्बर खुले हुए हैं, लेकिन अब नगर निगम को खुले चैम्बर पर ढक्कन लगाने में पसीना छूट रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि नगर निगम ने चैम्बर चोरी पर अंकुश लगाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया है।
नगर निगम के पास रटारटाया जवाब
क्षेत्रीय नागरिक जब नगर निगम के अधिकारियों से खुले चैम्बर बंद करने के लिए अनुरोध करते हैं, तो उनके पास रटारटाया जवाब होता है कि नशेड़ी इनको चोरी करके ले जाते हैं। इसके लिए हम कुछ नहीं कर सकते। नागरिकों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारियों को नागरिकों की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है। उनका कहना है कि नगर निगम सड़क, नाली और अन्य कार्यों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है, लेकिन नागरिकों की सुरक्षा के लिए मामूली राशि खर्च करने से पीछे हट रहा है।
आखिर कौन है जिम्मेदार
नालियों के खुले चैम्बर को बंद करने के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है। इस मामले में नगर निगम के विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे है। प्रथम दृष्टया खुले चैम्बर को बंद करने का काम नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का है। इस काम के लिए सुपरवाइजर और मुख्य स्वच्छता निरीक्षक रखे गए है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हमारा काम केवल साफ-सफाई का है। खुले चैम्बर बंद करने का काम नगर निगम के पीडब्ल्यूडी का है। वहीं नगर निगम का पीडब्ल्यूडी विभाग इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
कई जगह हो चुकी हैं दुर्घटनाएं
गोलबाजार में खुले चैम्बर से कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। यहां पर कई वाहन फंस चुके हैं। आए दिन पशु भी गिरते रहते हैं। दो सप्ताह पूर्व मनमोहन नगर सामुदायिक अस्पताल के खुले सेप्टिक टैंक में गिरने से दो बच्चों की मौत हो चुकी है। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी महाराजपुर में भी एक सांड खुले चैम्बर में गिर चुका है।
शहर में जगह-जगह खुले चैम्बर को बंद कराने के लिए योजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही इनको बंद करने का काम शुरू किया जाएगा।
-अंकिता बर्मन, स्वास्थ्य अधिकारी
Created On :   11 Nov 2025 6:21 PM IST











