Jabalpur News: शहर में फेफड़ों को छलनी कर रही जहरीली हवा

शहर में फेफड़ों को छलनी कर रही जहरीली हवा
मालवीय चौक एरिया में एयर क्वाॅलिटी इंडेक्स 320 प्वाॅइंट तक पहुंचा, इस स्तर की वायु गुणवत्ता श्वास रोगियों के लिए खतरनाक

Jabalpur News: सर्दियों के इन दिनों देश के उत्तरी हिस्से के बड़े महानगरों की तरह जबलपुर में भी एयर क्वाॅलिटी पुअर कंडीशन तक पहुंच रही है। शहर का सेंट्रल प्वाॅइंट सबसे ज्यादा बदतर स्थितियों में है। यहां पर लगातार एयर क्वाॅलिटी इंडेक्स ऊपर की ओर जा रहा है। गुरुवार को मालवीय चौक पर एक्यूआई 320 प्वाॅइंट तक पहुंचा।

इस प्वाॅइंट तक एक्यूआई पहुंचने का आशय यही है कि इस हिस्से में वायु की गुणवत्ता खराब स्थितियों तक पहुंच चुकी है। इस बिंदु तक वायु की गुणवत्ता आने के मायने ये भी हैं कि शहर के बीच के हिस्से में लोगों के फेफड़े छलनी हो रहे हैं। धुआं और धूल के साथ श्वास रोगियों काे इन हालातों में स्वच्छ ऑक्सीजन ले पान कठिन है। एक्सपर्ट के अनुसार यह सामान्य व्यक्ति के लिए भी जटिल स्थिति है जिससे बचना बेहद जरूरी है।

पाॅल्यूशन में ये सबसे ज्यादा बढ़ रहे हैं

शहर में वायु की गुणवत्ता के खराब होने पर पीएम-10 यानी 10 माइक्रोन या उससे कम आकार के कण श्वास लेने योग्य हैं। इसमें धूल कण, फफूंद, पराग आदि आते हैं। इस दौरान पार्टिकुलेट मैटर सबसे ज्यादा बढ़ रहा है। इसी के साथ पीएम-2.5 भी ऊंचे स्तर पर है। एक्सपर्ट के अनुसार विंटर सीजन में न दिखने वाली धूल नाक में घुसकर म्यूकस में मिल जाती है, जो धूल दिख रही है उसको साफ किया जा सकता है, लेकिन छोटे माइक्रोन के कण साफ करना कठिन होता है, ये इन्फेक्शन का कारण बनते हैं।

सर्दियों में क्यों बिगड़ती है एयर क्वाॅलिटी

एक्सपर्ट के अनुसार अन्य शहरों के साथ जबलपुर में भी सर्दियों के महीनों में अक्सर वायु प्रदूषण अपने चरम पर होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ठंडी हवा सघन होती है और इस हवा में एक आवरण जैसा बन जाता है। इस सघन, ठंडी हवा में प्रदूषक आसानी से बाहर नहीं निकल पाते और न ही ज्यादा घूम पाते हैं। जानकारों के अनुसार इन हालातों में ठंडी और शुष्क हवा ज्यादा प्रदूषण को अपने अंदर समाहित कर लेती है।

शहर में कहां कितना दर्ज हुआ एक्यूआई

मालवीय चौक 320

अधारताल 246

रामपुर 233

सिविल लाइन 190

Created On :   21 Nov 2025 4:31 PM IST

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