Jabalpur News: त्रिपुरी की सड़क "परफाॅर्मेंस' के चक्कर में सिक्सलेन से हुई बाहर

त्रिपुरी की सड़क परफाॅर्मेंस के चक्कर में सिक्सलेन से हुई बाहर
  • इस सड़क का कुछ समय पहले स्मार्ट सिटी ने डामरीकरण कराया था
  • लोक निर्माण विभाग ने सिक्सलेन में शामिल करने से किया इनकार
  • यह सड़क अभी वर्क के परफॅार्मेंस में है इसलिए इसको लोक निर्माण सिक्सलेन नहीं बनाएगा।

Jabalpur News: मेडिकल तिराहे से शाहनाला और शाहनाला से तिलवारा तक सड़क को सिक्सलेन के रूप में डेवलप किया जा रहा है। इस प्लान में पहले त्रिपुरी तिराहे से मेडिकल तिराहे तक की एक किलोमीटर सड़क को भी शामिल किया जाना था पर स्मार्ट सिटी के वर्क के झमेले में यह सिक्सलेन के प्लान से बाहर हो गई। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि त्रिपुरी से मेडिकल कॉलेज अस्पताल वाले तिराहे तक सड़क को कुछ समय पहले स्मार्ट सिटी के प्लान में विकसित किया गया है।

यह सड़क अभी वर्क के परफॅार्मेंस में है इसलिए इसको लोक निर्माण सिक्सलेन नहीं बनाएगा। इधर लोगों का कहना है कि जब 4 किलोमीटर के एरिया को सिक्सलेन किया जा रहा है, यदि एक किलोमीटर (त्रिपुरी तिराहे) तक और बढ़ा दिया जाता तो यह भविष्य के नजरिए से एक बेहतर सड़क साबित हो जाती।

अभी भी लोक निर्माण ने मेडिकल काॅलेज के छोर से वर्क आरंभ नहीं किया, विभाग रुचि ले तो मार्ग को त्रिपुरी तिराहे से सीधे तिलवारा तक सिक्सलेन के प्लान में शामिल किया जा सकता है।

भूमि अधिग्रहण का चक्कर भी नहीं

मेडिकल की ओर से यदि त्रिपुरी तिराहे की ओर आते हैं तो नेशनल हाईवे के रिकाॅर्ड में सड़क 120 फीट चौड़ी है। अभी सड़क कुछ हिस्सों में 60 तो कुछ हिस्सों में 70 फीट के करीब चौड़ी है।

इसको आने वाले 25 से 30 सालों के विजन के आधार पर पूरी चौड़ाई में 120 फीट चौड़ा किया जाना चाहिए। इसमें विशेष बात यह है कि यदि इतना चौड़ा किया जाता है तो इसमें किसी भी तरह से भू-अर्जन की जरूरत नहीं होगी सड़क के लिए जमीन पहले से मौजूद है।

सिक्सलेन बनना इसलिए जरूरी

पीक ऑवर्स में गढ़ा थाने के सामने त्रिपुरी तिराहे में हालत ऐसी है कि हर समय जाम की नौबत आती है। तिराहे के ज्यादातर हिस्से में गमले, मटके की दुकानें लगी हैं। एक ओर गढ़ा ट्रैफिक थाने के बैरीकेडिंग है और रही कसर किनारे के हिस्से की गुमटी और बीच सड़क में खड़े होने वाले ऑटो पूरी कर रहे हैं।

एक हिस्से में यहां सब्जी, फल के ठेले भी हैं जो जाम का कारण बनते हैं। त्रिपुरी तिराहे से आगे बढ़ने पर घरों, दुकानों के सामने कब्जे और पुलिस लाइन के पास हर दिन होने वाले कब्जे सड़क जाम का कारण बन रहे हैं।

केवल 5 से 7 करोड़ खर्च आएगा

एक्सपर्ट का कहना है यदि 4 किलोमीटर की सड़क को बढ़ाकर 5 किलोमीटर कर दिया जाता है तो मुश्किल से एक किलोमीटर का दायरा बढ़ने पर 5 से 7 करोड़ का खर्च ही बढ़ेगा। एक किलोमीटर वाला हिस्सा जो सिक्सलेन से छूट गया वह हिस्सा पहले ही फोरलेन है जिसको चौड़ा करने में ज्यादा राशि खर्च नहीं होगी। 4 किलोमीटर में 40 करोड़ इसलिए खर्च हो रहे क्योंकि शाहनाला से तिलवारा तक की सड़क टूलेन है जिसमें ज्यादातर राशि उसी हिस्से में खर्च हो रही है।

Created On :   24 May 2025 1:08 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story