108 एम्बुलेंस में मरीज से लिए रुपए कन्फ्यूजन दूर होने पर किए रिफंड

रविवार को मरीज की तबियत फिर खराब हुई तो अस्पताल ले जाने गाड़ी नहीं मिली।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

शासन द्वारा मरीजों को नि:शुल्क सेवा प्रदान करने चलाई जा रही 108 एम्बुलेंस द्वारा मरीज से पैसे लिए जाने का मामला सामने आया है, हालांकि बाद में मरीज को पैसे रिफंड कर दिए गए। जानकारी के अनुसार बरगी विधानसभा के गाँव मंगेली निवासी एक महिला ने आयुष्मान योजना के तहत शहर के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराया था और स्वस्थ होने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। रविवार को मरीज की तबियत फिर खराब हुई तो अस्पताल ले जाने गाड़ी नहीं मिली। ऐसे में परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को कॉल किया। चूंकि मरीज का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा था, तब ड्राइवर ने चार्ज लिए जाने की जानकारी दी। इसके बाद एम्बुलेंस ने मरीज को अस्पताल छोड़ा और परिजनों को 1442 रुपये की रसीद बनाकर दे दी। मामले ने जब तूल पकड़ा तो बात विधायक संजय यादव समेत स्वास्थ्य अधिकारियों तक भी पहुँची। 108 एम्बुलेंस सर्विस के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह चौहान ने बताया कि परिजनों द्वारा आयुष्मान कार्ड होने की जानकारी नहीं दी गई थी। भ्रम दूर होने के बाद पैसे रिफंड कर दिए गए हैं। हालांकि इस सेवा का उपयोग करने की कुछ शर्तें हैं, उनके पूरा होने पर ही नि:शुल्क सेवा दी जाती है। आयुष्मान कार्ड न होने की स्थिति में किसी भी एक निजी अस्पताल से दूसरी निजी अस्पताल जाने पर, किसी भी सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल ले जाने पर और मरीज के घर से निजी अस्पताल ले जाने पर शुल्क तय किया गया है। जबकि घर से सरकारी अस्पताल ले जाने और घर से आयुष्मान अनुबंधित निजी अस्पताल ले जाने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।

Created On :   6 Jun 2023 10:10 AM GMT

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