खतरे में एनएच 30: दरकने लगी हाईवे की नींव, उखडने लगे पेड़

दरकने लगी हाईवे की नींव, उखडने लगे पेड़
  • पुराना महानीम के पेड़ की जड़ों ने जमीन छोड़ी
  • नाईट स्कॉर्टिंग बढ़ाई जाएगी

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। चार साल पहले बने घाना-रीवा नेशनल हाईवे (एनएच 30) की नींव अब दरकने लगी है। जबलपुर से 24 किलोमीटर दूर गांधीग्राम (बुढ़ागर) में सिहोरा-जबलपुर साइड पर हाइवे से लगी (बमुश्किल 50 मीटर दूर) कैपिटल मिनरल्स द्वारा खदान का पानी बाहर एनएच किनारे की कच्ची नाली में छोड़े जाने से साइड शोल्डर की हार्ड मुरम दरकने लगी है। इसकी पकड़ जैसे-जैसे कमजोर होती जा रही है, हाईवे किनारे लगे मजबूत पेड़ उखड़ कर गिरने लगे हैं। गौरतलब है कि एनएच 30 पर गहरा रहे इस खतरे को लेकर दैनिक भास्कर ने पिछले महीने भी प्रशासन सहित नेशनल हाईवे अथॉरिटी को आगाह किया था लेकिन स्थिति और बिगड़ती जा रही है।

पुराना महानीम के पेड़ की जड़ों ने जमीन छोड़ी

रामपुर टोला प्राथमिक शाला से करीब-50 मीटर दूरी पर हाईवे किनारे लगा पुराना महानीम प्रजाति का पेड़ साइड शोल्डर की हार्ड मुरम/मिट्टी दरकने से गिर पड़ा। गनीमत यह रही कि पेड़ की जड़ों को साइन शोल्डर का सहारा मिल गया और वह खदान की तरफ नाली की तरफ गिरा। समाजवादी नेता स्व. शरद यादव के सहयोगी तथा जबलपुर जिला पंचायत के पहले सदस्य ज्वाला दुबे ने बताया कि 15 दिन पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सख्ती के बाद खदान संचालक द्वारा जिन पाइपों से बाहर पानी छोड़ा जा रहा था, उन्हें खदान के अंदर करते हुए कुछ दिन के लिए यह प्रक्रिया रोक दी थी। हाल ही में हुई बारिश का फायदा उठाते हुए पिछले हफ्ते भर से यह क्रम फिर शुरू हो गया। अब पानी रात में चोरी-चुपके खदान के बाहर छोड़ा जा रहा है।


नाईट स्कॉर्टिंग बढ़ाई जाएगी

नेशनल हाईवे अथॉरिटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमृत साहू ने कहा कि, हाईवे पर खदान वाले एरिया में तत्काल नाईट स्कॉर्टिंग बढ़ाई जा रही है। दिन में भी मॉनीटरिंग की जाएगी। मॉनीटरिंग तथा स्कॉर्टिंग टीम की रिपोर्ट से कलेक्टर को अवगत कराते हुए, अन्य प्रतिबंधात्मक कदम उठाए जाएंगे। श्री साहू ने कहा कि, सोमवार को तकनीकी दल भेजकर परीक्षण कराया जाएगा। हाइवे के साइड शोलडर की मिट्टी दरक रही है तो वहां पत्थरों से पिचिंग का कार्य भी कराया जाएगा।

Created On :   17 Dec 2023 5:02 AM GMT

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