सोलर डस्टबिन की जगह पर अवैध विज्ञापनों से स्मार्ट सिटी को हुआ 14.40 करोड़ का नुकसान

सोलर डस्टबिन की जगह पर अवैध विज्ञापनों से स्मार्ट सिटी को हुआ 14.40 करोड़ का नुकसान
विज्ञापनों से एजेन्सी कमा रही करोड़ों का मुनाफा, चार साल से चुप्पी साधकर बैठे हैं स्मार्ट सिटी के अफसर

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

शहर में 50 स्मार्ट सोलर डस्टबिन स्थल पर 200 वर्गफीट जगह पर लगाए गए अवैध विज्ञापनों से स्मार्ट सिटी को चार साल में 14.40 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं दूसरी तरफ एसएस कम्युनिकेशन विज्ञापनों के जरिए करोड़ों रुपए की कमाई कर चुकी है। लोगों का कहना है कि इतने बड़े नुकसान के बाद भी स्मार्ट सिटी के अफसर चुप्पी साधकर बैठे हुए हैं। स्मार्ट सिटी का नुकसान दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। यह इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि नुकसान पहुँचाने का पूरा खेल मिलीभगत से चल रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एसएस कम्युनिकेशन को शहर में 50 जगह स्मार्ट सोलर डस्टबिन लगाने का ठेका अर्जेंट टेंडर के माध्यम से दिया गया था। इसके साथ ही एजेंसी को विज्ञापन लगाने के लिए 200 वर्गफीट की जगह दी गई थी। स्मार्ट सिटी की जाँच में पाया गया कि स्मार्ट सोलर डस्टबिन में सोलर पाॅवर सिस्टम, वाई-फाई, एसएमएस अलर्ट, गॉर्बेज कम्पोसर, स्टेरिलिजेशन लोशन और मोबाइल चार्जिंग पोर्ट नहीं लगाया था। इनकी जगह प्लास्टिक के डिब्बे लटका दिए गए थे। जाँच के बाद वर्ष 2019 में टेंडर निरस्त कर दिया गया। इसके साथ विज्ञापन के होर्डिंग्स अवैध हो गए।

नुकसान की कोई भी जवाबदेही तय नहीं

स्मार्ट सोलर डस्टबिन स्थल पर विज्ञापन लगाए जाने से स्मार्ट सिटी को 14.40 करोड़ रुपए की पैनाल्टी का नुकसान हो चुका है। हैरान करने वाली बात यह है कि इतना बड़ा नुकसान होने के बाद भी किसी भी अधिकारी की जवाबदेही तय नहीं की गई है। लोगों का कहना है कि इतने बड़े नुकसान के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।

10 रुपए प्रति वर्गफीट रोजाना लगनी थी पैनाल्टी

मप्र आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 के अनुसार अवैध विज्ञापन होर्डिंग पर 10 रुपए प्रति वर्गफीट रोजाना की दर से पैनाल्टी लगाए जाने का प्रावधान है। इसके अनुसार 200 वर्गफीट के एक विज्ञापन होर्डिंग पर प्रतिदिन 2000 रुपए की पैनाल्टी लगाई जानी थी। एक माह में एक विज्ञापन होर्डिंग पर पैनाल्टी 60 हजार रुपए होती है। साल भर की पैनाल्टी 7 लाख 20 हजार रुपए हो जाती है। इस प्रकार 50 विज्ञापन होर्डिंग की पैनाल्टी राशि 14 करोड़ 40 लाख रुपए हो जाती है।

चार साल में एक बार भी नहीं दिया पैनाल्टी का नोटिस

जानकारों का कहना है कि एजेन्सी को स्थगन मिलने के बाद स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की। एजेन्सी को फायदा पहुँचाने के लिए स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने एक बार भी अवैध विज्ञापन होर्डिंग पर पैनाल्टी लगाने के लिए नोटिस नहीं दिया। यहाँ तक कि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने मामले में जवाब भी पेश नहीं किया। इससे एजेन्सी को अवैध विज्ञापन होर्डिंग्स से कमाई करने की खुली छूट मिली हुई है।

कॉलोनियों की जगह प्राइम लोकेशन में लगाए विज्ञापन

स्मार्ट सोलर डस्टबिन के टेंडर में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। टेंडर की शर्तों के अनुसार स्मार्ट सोलर डस्टबिन कॉलोनियों में लगाए जाने थे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनका उपयोग कर सकें। एसएस कम्युनिकेशन ने शर्तों का उल्लंघन करते हुए शहर में कलेक्ट्रेट, सिविक सेन्टर, मॉडल रोड, मालवीय चौक, गोलबाजार, पुराना बस स्टैण्ड, सिविल लाइन्स जैसी प्राइम लोकेशन पर लगा दिए, ताकि विज्ञापनों के जरिए मोटी कमाई की जा सके।

Created On :   7 Jun 2023 9:03 AM GMT

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