जबलपुर: इस बार चु़नाव में पुलिस का भी रोल निभाएँगे मास्साब

इस बार चु़नाव में पुलिस का भी रोल निभाएँगे मास्साब
  • विशेष पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी मिली बच्चे भी बनेंगे मददगार
  • लॉ एंड ऑर्डर को संभालने का जिम्मा ठीक विभागीय अफसरों जैसा ही होगा
  • अतिथि शिक्षक सादे यूनिफाॅर्म में अलग-अलग सेक्टर और बूथ में कानून व्यवस्था पर नजर रखेंगे।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। चुनाव का कोई भी ऐसा काम नहीं जो शिक्षकों से कराया न गया हो, यूँ भी कह सकते हैं कि कोई ऐसा काम नहीं जो शिक्षक के लिए नामुमकिन हो। इसी काबिलियत के मद्देनजर मास्साब को इस बार चुनाव में पुलिस की भी जिम्मेदारी दी जा रही है।

जिले के कुछ अतिथि शिक्षकों को विशेष पुलिस अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है। इसके लिए बाकायदा उन्हें पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से ट्रेनिंग भी दी गई है।

लोक सभा निर्वाचन में पहली बार अतिथि शिक्षकों को अलग तरह की जिम्मेदारी थमाई गई है। जानकारी के अनुसार वर्ग एक, दो और तीन में पदस्थ अतिथि शिक्षकों को विशेष पुलिस अधिकारी बनाया जा रहा है।

विशेष पुलिस अधिकारी को खाकी वर्दी तो नहीं मिलेगी लेकिन लॉ एंड ऑर्डर को संभालने का जिम्मा ठीक विभागीय अफसरों जैसा ही होगा। ये अतिथि शिक्षक सादे यूनिफाॅर्म में अलग-अलग सेक्टर और बूथ में कानून व्यवस्था पर नजर रखेंगे।

पुलिस लाइन में हो गई ट्रेनिंग

जिले से जिन अतिथि शिक्षकों को विशेष पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है उनका प्रशिक्षण पुलिस लाइन में सुनिश्चित किया गया।

इसके लिए पुलिस अधीक्षक की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर अतिथि शिक्षकों को बैंक पास बुक, परिचय-पत्र के साथ सामुदायिक भवन में बुलाया गया और जरूरी प्रशिक्षण दिया गया।

इस बार एनसीसी के बच्चे भी

एक और खास बात यह है कि इस बार निर्वाचन प्रक्रिया में एनसीसी की भी मदद ली जा रही है। पता चला है कि एनसीसी और एनएसएस के छात्रों को लगाया गया है।

इन्हें बाकायदा ट्रेनिंग के लिए 15 अप्रैल को मॉडल स्कूल में बुलाया गया है। जानकारों का कहना है कि इन छात्रों को मतदान के लिए दिव्यांगों और बुजुर्गों की मदद करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

Created On :   15 April 2024 1:47 PM IST

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