गुरु पूर्णिमा पर गुरु चरणों में पूरा समाज नतमस्तक

ओशो ध्यानस्थली में संगीत की धुन में हुए मंत्रमुग्ध, देश-विदेश से पहुँचे लोग, संस्कारधानी सहित आसपास के क्षेत्रों में हुए विविध आयोजन

डिजिटल डेस्क जबलपुर। अनादि काल से गुरु-शिष्य की अद््भुत परंपरा रही है। पौराणिक कथाओं व ग्रंथों में गुरु को साक्षात परम ब्रह्म माना गया है। यही वजह है कि सोमवार को गुरु पूर्णिमा पर गुरु चरणों में पूरा समाज नतमस्तक नजर आया। आश्रम व देवालयों में गुरु को प्रथम पूज्य मानकर उनकी वंदना की गई। गुरुदेव की स्नेहिल छाया ने हजारों, लाखों शिष्यों को अपने आशीर्वाद की शीतलता दी।

सनातन संस्कृति का ध्वजवाहक है परंपरा-

संपूर्ण ब्राह्मण मंच द्वारा जगद््गुरु राघव देवाचार्य का चरण वंदन किया गया। इस दौरान महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विनय सक्सेना, प्रतिपक्ष नेता कमलेश अग्रवाल, डॉ. अरुण मिश्रा, धनंजय बाजपेई, अरुण तिवारी मौजूद रहे।

- जूनापीठाधीश्वर अवधेशानंद महाराज का पादुका पूजन कर बालाजी मंदिर, मढ़ाताल में किया गया। इस दौरान कृष्ण निशा तिवारी, नवनीत जौहरी, सूरज सिंह, अजय सिंह मौजूद रहे।

-ग्वारीघाट भक्तिधाम आश्रम में शिष्यों ने स्वामी अशोकानंद महाराज का पूजन किया। इस दौरान वेदांत शर्मा, मुन्ना पांडे, दीपक पंजवानी, अमित अग्रवाल, रोशनी अग्रवाल व भक्तजन उपस्थित थे।

- आदित्य वाहिनी द्वारा शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज का पूजन अर्चन किया गया। इस अवसर पर डॉ. एचपी तिवारी, जीवेश पांडे, डॉ. श्रद्धा तिवारी व रामायण चौबे मौजूद रहे।

- ज्योतिष साधना केंद्र सरस्वती कॉलोनी में पं. वासुदेव शास्त्री के सान्निध्य में गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया। इस दौरान विधायक विनय सक्सेना, अनिल तिवारी, मधु यादव, मदन दुबे आदि मौजूद रहे। पं. राजीव कृष्ण महाराज के शिष्यों ने भी उनका पूजन किया। विजय नगर घड़ी चौक स्थित ज्योतिष कार्यालय में पं. आशुतोष दीक्षित द्वारा गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया।

- बगलामुखी मंदिर शंकराचार्य मठ में दोपहर 12 बजे ब्रह्मचारी चैतन्यानंद महाराज के सान्निध्य में गुरु भक्तों के द्वारा पादुका पूजन किया गया। इस अवसर पर सांसद राकेश सिंह, विधायक लखन घनघोरिया, विनय सक्सेना, भारत सिंह यादव आदि भक्तगण उपस्थित थे।

- ग्वारीघाट स्थित काली पुत्र आश्रम में काली पुत्र महाराज के शिष्यों द्वारा गुरुदेव की चरण पादुका का पूजन किया गया। इस दौरान हवन पूजन के साथ भंडारा आयोजित किया गया। बड़ी संख्या में भक्त मंडल उपस्थित रहा।

- दी आर्ट ऑफ लिविंग ने सुबह महासुदर्शन क्रिया कर गुरु पूर्णिमा मनाई। शाम को 6.30 बजे आर्य समाज भवन में संगीत एवं भजन का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में रीना महोबिया, आदित्य तिवारी व रानू उपाध्याय की मौजूदगी रही।

- परमहंसी आश्रम लम्हेटा घाट में धारकुंडी महाराज का पूजन शिष्यों द्वारा किया गया। इस दौरान महेश केमतानी सहित अन्य भक्त मौजूद रहे।

- श्री वात्सल्य सेवा धाम में सुंदरकांड के साथ गुरु पूर्णिमा मनाई गई। शिष्य मंडल ने अभिषेक गुरुजी का पूजन वंदन किया। इसके बाद प्रसाद वितरण हुआ।

- हरे कृष्णा आश्रम भेड़ाघाट में नर्मदा स्वर्ण कलश की 108 परिक्रमा के साथ गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। इस दौरान स्वामी रामचंद्र दास महाराज, डॉ. सुधीर अग्रवाल, शिव शंकर पटेल व मनमोहन दुबे मौजूद रहे।

- गायत्री शक्तिपीठ, मनमोहन नगर में अखंड गायत्री जप किया गया। पं. श्रीराम शर्मा के आह्वान पर चरण वंदन के साथ नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रारंभ किया गया। इस दौरान डॉ. एमपी गुप्ता, कविता तिवारी, नंदनी चौहान, अदिति ठाकुर की मौजूदगी रही।

- संत निरंकारी सत्संग भवन में योग प्रेम परिवार के साधकों द्वारा योग गुरु प्रेम विश्वकर्मा, संगीता विश्वकर्मा व अनीता त्रिपाठी का तिलक कर माला, शॉल व श्रीफल से सम्मान किया गया। इस दौरान दीपक, कमल गोकलानी, अनुपम शुक्ला, केसी जैन व सुशील सोनी मौजूद रहे।

- युवा सेवा संगठन के तत्वावधान में मानस भवन में कक्षा 10वीं, 12वीं की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों तथा उनके गुरुओं का सम्मान किया गया। इस दौरान विधायक अजय विश्नोई, नगर निगम कमिश्नर स्वप्निल वानखड़े, संगठन के सुमित यादव व सुमित कालिया उपस्थित रहे।

- चेरीताल चंडालभाटा में संत शिरोमणि गुरु रविदास महाराज के आश्रम में समाज के महंत गोपीनाथ का सभी समाजसेवियों ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान राजेंद्र चौधरी, गोपाल चौधरी, मनोज मास्टर व अशोक चौधरी मौजूद रहे।

- गायत्री धाम लम्हेटा घाट नर्मदा तट पर डॉ. स्वामी विनेश्वरानंद महाराज ने अपने गुरु पं. श्रीराम शर्मा आचार्य का पूजन किया। इस दौरान राजेश पटेल, सुनीता पटेल, शिबू पटेल व गुलाब पटेल मौजूद रहे।

दूर-दूर से पहुँचे ओशो के भक्त

आचार्य रजनीश के जबलपुर स्थित आश्रम में गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाई गई। गुरु पूर्णिमा मनाने के लिए उनके अनुयायी न सिर्फ भारत बल्कि विदेश से भी ओशो की देवताल स्थित साधना स्थली पर जमा हुए। ओशो के शिष्यों ने सबसे पहले प्रभात फेरी निकाली और फिर ध्यान में लीन होकर अपने गुरु को याद किया। ओशो के शिष्य एक साथ मिलकर गुरु की भक्ति में लीन होकर झूमकर घंटों तक नाचते रहे।

अमेरिका के न्यूयार्क शहर से आए ओशो के भक्त का कहना रहा कि आचार्य रजनीश कहते थे कि चाहे दु:ख हो या सुख सभी को हँसते व मुस्कराते हुए स्वीकारना चाहिए। अमेरिका से आए स्वामी निर्देश ने बताया कि वे बीते 25 साल से गुरु पूर्णिमा में जबलपुर आ रहे हैं।

Created On :   3 July 2023 11:15 PM IST

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