अमरावती में मराठी भाषा विश्वविद्यालय बनाने समिति गठित, दो महीने के भीतर रिपोर्ट मांगी

  • श्रीक्षेत्र रिद्धपुर में स्थापित होगा विवि
  • चालू वित्तीय साल के बजट में घोषणा
  • दो महीने के भीतर रिपोर्ट मांगी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अमरावती में मराठी भाषा विश्वविद्यालय बनाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने समिति गठित की है। राज्य साहित्य और संस्कृति मंडल के अध्यक्ष सदानंद मोरे समिति के अध्यक्ष हैं। अमरावती के श्रीक्षेत्र रिद्धपुर में मराठी विश्वविद्यालय स्थापित होगा। उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने मंगलवार को इस संबंध में शासनादेश जारी किया। सरकार ने मोरे समिति को 2 महीने के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा है। यह समिति मराठी भाषा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभाग और विश्वविद्यालय की संरचना के बारे विस्तृत प्रारूप तैयार करेगी। मोरे समिति मराठी भाषा विश्वविद्यालय के स्वरूप, विश्वविद्यालय का पाठ्यक्रम, ऑनलाइन पद्धति से सभी पाठ्यक्रमों को मराठी में पढ़ाने के लिए आवश्यक तंत्र विकसित करने, मराठी की सभी बोली-भाषा के संवर्धन के लिए उपाय योजना करने, विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ रोजगार के अवसर प्रदान करने आदि के बारे में सुझाव देगी। मराठी भाषा विश्वविद्यालय बनाने के लिए आवश्यक खर्च, जमीन, निर्माण कार्य, अध्यापक और कर्मचारियों की संख्या सहित अन्य बिंदुओं पर भी समिति अध्ययन करेगी। मोरे समिति को भविष्य में उच्च शिक्षा मातृ भाषा में पढ़ाने के लिए विकल्प उपलब्ध कराने के लिए नीतिगत फैसला लगेगी। इंजीनियरिंग, चिकित्सा जैसे पाठ्यक्रमों को मराठी में पढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए सिफारिश करना होगा। उप-मुख्यमंत्री तथा वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साल 2023-24 के बजट में मराठी भाषा विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की थी।

समिति में ये लोग होंगे शामिल

मोरे समिति में महाराष्ट्र विधान मंडल मराठी भाषा समिति के अध्यक्ष, डॉ. विद्या पाटील (व्यवहारे), नागपुर के राजेश नाईकवाडे और मराठी भाषा विभाग के सह-सचिव को बतौर सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। अमरावती विभाग के उच्च शिक्षा के विभागीय सह-निदेशक समिति के सदस्य सचिव बनाए गए हैं।

Created On :   11 July 2023 9:10 PM IST

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