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Mumbai News: फूड स्टोरेज क्षेत्र में होगी क्रांति, जल्द महाराष्ट्र में आ रही आधुनिक विदेशी तकनीक- नरहरि झिरवाल

- फूड इंडस्ट्री को होगा बड़ा फायदा
- 40 फीसदी पदार्थों को सुरक्षित रखा जा सकेगा
- फूड स्टोरेज क्षेत्र में होगी क्रांति
- किसानों की सबसे बड़ी परेशानी का इलाज
Mumbai News. फल-सब्जियों और दूसरे खाद्य पदार्थों को अब लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। महाराष्ट्र जल्द ही ऐसी हाई-टेक विदेशी तकनीक आयात करने जा रहा है, जिससे जल्द खराब होने वाले सामान की आयु कई गुना बढ़ जाएगी। राज्य के अन्न और औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) ने इस टेक्नोलॉजी के लिए कई नामी विदेशी सरकारी और प्राइवेट कंपनियों से बातचीत शुरू कर दी है। जल्द ही इनके साथ करार होने की उम्मीद है। यह जानकारी एफडीए मंत्री नरहरी झिरवाल ने दी। उन्होंने कहा कि इस पहल से किसान, ग्राहक और फूड इंडस्ट्री तीनों को बड़े पैमाने पर फायदा होगा। जानकारी के मुताबिक इस तकनीक के आने से लगभग 40 प्रतिशत खाद्य पदार्थों को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
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किसानों की सबसे बड़ी परेशानी का इलाज
झिरवाल ने कहा कि महाराष्ट्र में किसानों की बार-बार ये शिकायत सामने आती है कि एक साथ ज्यादा माल बाजार में आने से दाम गिरते हैं। वहीं, पर्याप्त स्टोरेज न होने से माल सड़ जाता है। बाद में कमी के कारण दाम बढ़ते तो हैं, लेकिन तब तक किसान को नुकसान हो चुका होता है। इस ‘लाभ-हानि’ के दुष्चक्र से बाहर निकालने के लिए जरूरी है कि फसलें और फल-सब्जियां ज्यादा समय तक ताजा रहें। उन्होंने कहा कि नई विदेशी तकनीक यही काम करेगी। गुणवत्ता से समझौता किए बिना सामान की आयु बढ़ानी होगी। मंत्री झिरवाल ने हाल ही में जर्मनी का दौरा किया, जहां उन्होंने फूड स्टोरेज और प्रिजर्वेशन की आधुनिक प्रणालियों का अध्ययन किया। झिरवाल ने कहा कि इस तकनीक से किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम मिलेगा, बाजार में मांग-सप्लाई संतुलित रहेगी और खराब होने से होने वाला भारी नुकसान रुकेगा।
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पिछले काफी समय से किसानों के हित के लिए काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता मयंक गांधी का मानना है कि हमारे देश में ऐसी कोई तकनीक नहीं है जिससे किसानों के फलों, सब्जियों एवं खाद्य पदार्थों को ज्यादा समय तक सुरक्षित रखा जा सके। गांधी ने कहा कि अगर इन खाद्य पदार्थों को सुरक्षित रखने के लिए कोई ऐसी तकनीक राज्य में आती है तो इन सामानों को खराब होने से 40 से 45 प्रतिशत तक बचाया जा सकेगा।
जल्द शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
एफडीए विभाग जापान और जर्मनी की प्रमुख कंपनियों से बातचीत कर रहा है। मंत्री झिरवाल के मुताबिक जल्द ही कंपनियों के साथ एमओयू होंगे, फिर महाराष्ट्र में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इस तकनीक के लागू होने के बाद खेती-व्यवसाय में बड़ा बदलाव आएगा, किसानों की आमदनी बढ़ेगी और ग्राहक भी बेहतर गुणवत्ता का सामान लंबे समय तक पा सकेंगे।
Created On :   9 Nov 2025 9:19 PM IST












