स्थानीय चुनाव: शरद पवार का बड़ा फैसला, सिर्फ मूल ओबीसी उम्मीदवारों को ही टिकट, भाजपा से नहीं होगा गठबंधन

शरद पवार का बड़ा फैसला, सिर्फ मूल ओबीसी उम्मीदवारों को ही टिकट, भाजपा से नहीं होगा गठबंधन
  • भाजपा से दूरी बरकरार रखेगी पवार की पार्टी
  • किसी भी परिस्थिति में भाजपा से नहीं होगा गठबंधन

Mumbai News. महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण विवाद एक बार फिर सियासत के केंद्र में है। राज्य सरकार ने हाल ही में हैदराबाद गजट लागू किया है, जिससे मराठा समाज को ओबीसी वर्ग के तहत आरक्षण मिलने का रास्ता खुल गया है। ओबीसी नेताओं का कहना है कि मराठा समाज को आरक्षण मिले, लेकिन ओबीसी कोटे से नहीं। इसी पृष्ठभूमि और आगामी चुनावों की तैयारियों पर राकांपा (शरद) की रविवार को हुई कोर कमेटी की बैठक में अहम फैसला हुआ कि आगामी स्थानीय चुनावों में टिकट सिर्फ मूल ओबीसी उम्मीदवारों को ही दिया जाए। जहां ऐसे उम्मीदवार उपलब्ध न हों, वहीं कुणबी प्रमाणपत्र वाले उम्मीदवारों को मौका दिया जाए।

भाजपा से दूरी बरकरार रखेगी पवार की पार्टी

बैठक में शरद पवार ने यह भी दोहराया कि किसी भी परिस्थिति में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक पवार ने बैठक में अपने विधायकों और सांसदों से कहा कि पार्टी को स्वतंत्र ओबीसी और ग्रामीण वोटर पर भरोसा रखना चाहिए। इसके साथ ही युवाओं को टिकट देने का निर्णय पर भी सहमति जताई गई। पिछली बैठक में भी शरद गुट ने यह फैसला लिया था कि आगामी स्थानीय चुनावों में अधिक से अधिक युवा और नए उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा। अब मूल ओबीसी उम्मीदवारों को प्राथमिकता की नई शर्त जुड़ने के बाद पार्टी की रणनीति और भी स्पष्ट हो गई है।

राजनीतिक समीकरणों पर सबकी नजर

मराठा बनाम ओबीसी आरक्षण की पृष्ठभूमि में शरद गुट द्वारा लिया गया यह फैसला बड़ा राजनीतिक संदेश दे रहा है। दरअसल पवार ने यह कदम अपने ओबीसी वोट बैंक को संभालने और मराठा बनाम ओबीसी संघर्ष में संतुलन बनाए रखने के लिए उठाया है। अब देखना यह होगा कि यह रणनीति आगामी स्थानीय चुनावों में पवार गुट को कितना फायदा पहुंचाती है

Created On :   9 Nov 2025 10:37 PM IST

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