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अजित पवार ने भी सुझाया कार्यकारी अध्यक्ष बनाने के लिए सुझाया सुले और पटेल का नाम
- अजित पवार दरकिनार
- शरद पवार ने कहा कि दोनों कार्यकारी अध्यक्ष का नाम पार्टी पदाधिकारियों ने ही सुझाया
- संगठन में मिली जिम्मेदारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. पूर्व उपमुख्यमंत्रीअजित पवार को दरकिनारकर प्रफुल पटेल और सांसद सुप्रिया सुले को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने से वो नाराज होने की बात का खंडन करते हुए राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि दोनों कार्यकारी अध्यक्ष का नाम पार्टी पदाधिकारियों ने ही सुझाया था, जिसमें वो भी शामिल थे। अजित पवार के पास महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी पहले से है। इसलिए उनके नाराज होने की बात गलत है।
एनसीपी के 25वें स्थापना दिवस पर पार्टी प्रमुख शरद पवार ने संगठन को महाराष्ट्र के बाहर मजबूत करने के लिए पार्टी के कई नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने अपने सरकारी आवास पर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी लोगों के पास कोई न कोई जिम्मेदारी पहले से ही है। इसलिए किसी के खुश होने या न होने का कोई सवाल नहीं है।
सुप्रिया सुले को केंद्रीय जिम्मेदारी सौंपने के सवाल पर पवार ने कहा कि सुप्रिया सुले के तरफ कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं थी। इसलिए लोगों के आग्रह पर उन्हें जिम्मेदारी दी गई है। सुले लोकसभा में पार्टी का नेतृत्व कर रही है। उनके अनुभव का दिल्ली के आसपास के राज्यों में पार्टी को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ प्रफुल पटेल का नाता है। वे इसके करीब है, इसलिए उनको यह जिम्मेदारी दी गई है। उनका यह अकेले का फैसला नहीं है। इस पर पिछले एक महीने से साथियों के बीच चर्चा चल रही थी। आज मैने नामों की घोषणा की है। कार्यकारी अध्यक्ष आगे पार्टी के अध्यक्ष बनाए जाने के सवाल को हंसी में उड़ाते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल वे पार्टी अध्यक्ष है। जब यह पद रिक्त होगा, तब यह पद किसको सौंपेंगे उस पर विचार करेंगे।
23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक
पवार ने कहा कि 23 जून को पटना में हो रही विपक्षी दलों की बैठक में वे शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि हम इस बात पर चर्चा करेंगे कि लोकसभा के लिए मिलकर कैसे काम कर सकते है। पवार ने कहा कि ऐसा सुझाव है कि जहां भाजपा मजबूत है, वहां विपक्ष के एक ही उम्मीदवार खड़ा किया जाए। इस पर भी बैठक में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पटना की बैठक हमें नई दिशा देगी। हम लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ईमानदारी से काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वे लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में सक्रिय रूप से प्रचार करेंगे।
संगठन में इनको मिली जिम्मेदारी
प्रफुल पटेल को मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, गोवा, झारखंड और राज्यसभा तथा सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र समेत हरियाणा, पंजाब, महिला, युवा और लोकसभा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नई घोषणाओं में सांसद सुनील तटकरे को राष्ट्रीय महासचिव बनाने के साथ ओडिशा और पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी दी गई है। केके शर्मा को राष्ट्रीय महासचिव बनाने के साथ उन्हें उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश, विधायक जितेन्द्र आव्हाड को राष्ट्र महासचिव बनाने के साथ उन पर बिहार, छत्तीसगढ, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक की जिम्मेदारी तथा पीपी मोहम्मद फैजल राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के साथ उन्हें तमिलनाडु, तेलंगाना और केरल की जिम्मेदारी दी गई है।
Created On :   11 Jun 2023 6:17 PM IST