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कांग्रेस के अमीन पटेल लगातार दूसरे साल सबसे अच्छे विधायक, सुनील राऊत सबसे पीछे
- प्रजा फाउंडेशन ने जारी किया मुंबई के विधायकों का रिपोर्ट कार्ड
- कांग्रेस के अमीन पटेल लगातार दूसरे साल सबसे अच्छे विधायक
- सुनील राऊत सबसे पीछे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस के अमीन पटेल लगातार दूसरे साल मुंबई से सबसे अच्छे विधायक साबित हुए हैं उन्हें 100 में से 82.80 अंक मिले हैं जबकि शिवसेना (उद्धव गुट) के विधायक सुनील राऊत 29.11 अंकों के साथ आखिरी पायदान पर रहे। शिवसेना (उद्धव गुट) से सुनील प्रभू दूसरे जबकि भाजपा की मनीषा चौधरी तीसरी सबसे अच्छी विधायक साबित हुईं हैं। गैर सरकारी संगठन प्रजा फाउंडेशन ने मंगलवार को मुंबई के 29 विधायकों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया। इसमें मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और पिछली और मौजूदा सरकार में मंत्री रहे पांच विधायकों और बीमारी के चलते अपनी जान गंवाने वाले रमेश लटके और उनके बाद चुनी गई उनकी पत्नी ऋतुजा लटके को शामिल नहीं किया गया। प्रजा फाउंडेशन के प्रमुख (शोध व विश्लेषण) योगेश मिश्रा ने बताया कि विधायकों द्वारा पूछे गए सवाल उनके मूल्यांकन की एक अहम कड़ी थी। मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष सवाल नहीं पूछ सकते इसलिए उन्हें इस रिपोर्ट कार्ड से बाहर रखा गया। पूछे गए सवालों की गुणवत्ता, विधायकों की उपस्थिति, एमएलए फंड का उपयोग, विधायकों के खिलाफ दर्ज एफआईआर या आरोपपत्र, शैक्षणिक योग्यता को भी उनके मूल्यांकन का आधार बनाया गया था।
ये हैं अव्वल
नाम क्षेत्र पार्टी अंक
अमीन पटेल मुंबादेवी कांग्रेस 82.80
सुनील प्रभु दिंडोशी शिवसेना (उद्धव गुट) 81.30
मनीषा चौधरी दहिसर भाजपा 75.05
अमित साटम अंधेरी (प) भाजपा 73.65
पराग शाह घाटकोपर (पू) भाजपा 65.70
ये साबित हुए फिसड्डी
नाम क्षेत्र पार्टी अंक
सुनील राऊत विक्रोली शिवसेना(उद्धव गुट) 29.11
सदानंद सरवणकर माहिम शिवसेना (शिंदे गुट) 29.52
दिलीप लांडे चांदीवली शिवसेना (शिंदे गुट) 30.12
जीशान सिद्दीकी बांद्रा (प) कांग्रेस 33.45
प्रकाश सुर्वे मागाठाणे शिवसेना (शिंदे गुट) 37.76
67 फीसदी घटे सवाल, कामकाज के दिन भी हुए कम
12वीं विधानसभा से 14वीं विधानसभा के बीच विधायकों द्वारा पूछे गए सवाल 67 फीसदी जबकि कामकाज के दिन 60 फीसदी घट गए हैं। 12वीं विधानसभा में 2011 शीतसत्र से 2012 शीतसत्र के बीच 58 दिन कामकाज हुआ इस दौरान विधायकों की उपस्थिति 86 फीसदी थी। इस दौरान 11214 सवाल पूछे गए थे। साल 2021 शीतसत्र से 2022 शीतसत्र के बीच 38 दिनों का कामकाज हुआ और सिर्फ 3749 सवाल पूछे गए। प्रजा फाउंडेशन के सीईओ मिलिंद म्हस्के ने कहा कि मुंबई महानगर पालिका की अवधि काफी समय पहले समाप्त हो चुकी है ऐसे में लोगों से जुड़े सवाल पूछने की जिम्मेदारी विधायकों पर ज्यादा थी, साथ ही कोरोना संक्रमण के दौरान भी लोगों से जुड़े मुद्दे उठाए जाने की जरूरत थी लेकिन हैरानी की बात है कि ऐसे में कामकाज की अवधि के साथ लोगों से जुड़े सवाल पूछे जाने भी कम हो गए।
समयावधि कामकाज उपस्थिति पूछे गए सवाल
2011 से 2012 58 दिन 86 फीसदी 11214
2016 से 2017 57 दिन 84 फीसदी 5914
2021 से 2022 38 दिन 87 फीसदी 3749
Created On :   12 July 2023 5:54 PM IST