बोंडे का निशाना - सिर्फ ठाणे के नेता हैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, विज्ञापन विवाद को लेकर भड़के भाजपा सांसद

बोंडे का निशाना - सिर्फ ठाणे के नेता हैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, विज्ञापन विवाद को लेकर भड़के भाजपा सांसद
  • भड़की चिंगारी विकराल होती जा रही
  • बोंडे ने कहा - सिर्फ ठाणे के नेता हैं मुख्यमंत्री शिंदे
  • विज्ञापन विवाद को लेकर भड़के सांसद

डिजिटल डेस्क, मुंबई. शिवसेना (शिंदे) के विज्ञापन को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) में भड़की चिंगारी विकराल होती जा रही है। इसको लेकर भाजपा सांसद अनिल बोंडे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तल्ख टिप्पणी की है। बोंडे ने मुख्यमंत्री को मेंढक की उपमा देते हुए उन्हें ठाणे जिले का नेता करार दिया है। इससे नाराज शिवसेना का शिंदे गुट भी भड़क गया है। हालांकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बोंडे का बचाव किया है।

बुधवार को वाशिम में बोंडे ने कहा कि मेंढक चाहेजितना फुल जाए, हाथी थोड़ी बन सकता है। बोंडे ने कहा कि मुख्यमंत्री को भाजपा और राज्य की जनता ने स्वीकार किया है। लेकिन मुख्यमंत्री को समझना चाहिए कि ठाणे मतलब पूरा महाराष्ट्र नहीं है। पूर्व की महाविकास आघाड़ी सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लग रहा था कि मुंबई मतलब पूरा महाराष्ट्र है। अब मुख्यमंत्री शिंदे को लग रहा है कि ठाणे मतलब पूरा महाराष्ट्र है।

किसने किया है यह सर्वे

बोंडे ने कहा कि उपमुख्यमंत्री राज्य में ऐसे चहेरे हैं जो बहुजन समाज के लिए काम करते हैं। इसलिए मुझे समझ में नहीं आता है कि विज्ञापन में प्रकाशित सर्वे किसने किया है? यह सर्वे केवल ठाणे तक सीमित था अथवा पूरे राज्य का था?बोंडे ने कहा कि मुख्यमंत्री और शिंदे गुट को जो स्वीकार्यता मिलने वाली थी वह इस विज्ञापन से निश्चित रूप से प्रभावित होगी। भाजपा का दिल दुखाकर शिवसेना (शिंदे गुट) का कल्याण नहीं होने वाला है।

मन टूटा है, प्रतिक्रिया स्वभाविक है- बावनुकले

बोंडे के इस बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बावनुकले ने उनका बचाव किया है। बावनुकले ने कहा कि शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से मंगलवार को प्रकाशित विज्ञापन से भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं का मन टूटा है। विधायकों और सांसदों के मन में ठेस पहुंची है।इसलिए गुस्से में इस तरह की प्रतिक्रिया स्वभाविक है। बावनुकले ने कहा कि मुख्यमंत्री बेहतर हैं। लेकिन उपमुख्यमंत्री का मुख्यमंत्री से तुलना करने वाला विज्ञापन अचंभित करने वाला था।

हम मुख्यमंत्री पर टिप्पणी सहन नहीं करेंगे- सत्तार

प्रदेश के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा कि शिंदे हमारे दल के नेता हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उनके बारे में यदि भाजपा का कोई नेता इस तरह की टिप्पणी करेगा तो हम उसको सहन नहीं करेंगे। सत्तार ने कहा कि हम लोग मुख्यमंत्री से बोंडे की शिकायत करेंगे।

मुख्यमंत्री का संज्ञान पूरे देश ने लिया है- देसाई

प्रदेश के उत्पादन शुल्क मंत्री शुंभराज देसाई ने कहा कि मुख्यमंत्री को 50 निर्वाचित विधायकों और 13 सांसदों का समर्थन है। इतनी बड़ी संख्या में विधायकों और सांसदों के समर्थन वाला नेता केवल एक जिले और राज्य तक सीमित नहीं रह सकता है। मुख्यमंत्री के कदम का संज्ञान पूरे देश ने लिया है। देसाई ने कहा कि बोंडे को भी मुख्यमंत्री पर इस तरीके से बयान देने से बचना चाहिए। क्योंकि दोनों दलों के शीर्ष नेताओं ने मिलकर तय किया है कि हमें विवाद से बचना चाहिए। देसाई ने बताया कि भाजपा और शिवसेना के नेताओं की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी। जिसे दोनों दलों के बीच तालमेल के साथ काम हो सके।

महाराष्ट्र में भाजपा की क्या औकात थी- गायकवाड

दूसरी ओर बोंडे के बयान पर शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड ने पलटवार किया है। गायकवाड ने कहा कि बोंडे को ध्यान रखना चाहिए कि महाराष्ट्र में भाजपा की औकात क्या थी? महाराष्ट्र में भाजपा शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की उंगली पकड़कर बड़ी हुई है। इसलिए बोंडे को मुख्यमंत्री और शिवसेना के बारे में आत्मचिंतन करके बोलना चाहिए।

Created On :   14 Jun 2023 9:39 PM IST

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