अंग प्रत्यारोपण के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से मिलेगी आर्थिक मदद

अंग प्रत्यारोपण के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से मिलेगी आर्थिक मदद
  • एक वर्ष में 10 हजार से ज्यादा मरीजों को लाभ मिला
  • 86 करोड़ 49 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गई विभिन्न रोगों के लिए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गरीबों के इलाज के लिए मददगार मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से अब अंग प्रत्यारोपण सर्जरी के लिए आर्थिक सहायता मिल सकेगी। इससे अंग प्रत्यारोपण के मरीजों को एक बड़ी राहत मिली है। इसके साथ ही बीते एक वर्ष में इस सहायता कोष से 10 हजार से अधिक मरीजों को आर्थिक सहायता मिली है। इसमें 20 फीसदी मुंबई सहित एमएमआर के मरीज शामिल हैं। एक साल में 86 करोड़ 49 लाख रुपए की आर्थिक मदद मरीजों को विभिन्न रोगों के लिए की गई है।

इस तरह की गई मदद

पिछले वर्ष जुलाई के प्रथम माह में 194 मरीजों को 83 लाख की सहायता दी गई। फिर अगस्त में 276 मरीजों को 1 करोड़ 40 लाख, सितंबर में 336 मरीजों को 1 करोड़ 93 लाख, अक्टूबर में 256 मरीजों को 2 करोड़ 21 लाख, नवंबर में 527 मरीजों को 4 करोड़ 50 लाख, दिसंबर में 1031 मरीजों को 8 करोड़ 52 लाख रुपए की आर्थिक मदद की गई। इसी तरह इस वर्ष जनवरी में 1060 मरीजों को 8 करोड़ 89 लाख, फरवरी में 1237 मरीजों को 10 करोड़ 27 लाख, मार्च में 1469 मरीजों को 11 करोड़ 95 लाख, अप्रैल में 1984 मरीजों को 9 करोड़ 93 लाख, मई में 1329 मरीजों को 11 करोड़ 25 लाख और जून में 942 मरीजों को 14 करोड़ 81 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की गई है।

मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता सेल प्रमुख मंगेश नरसिंग चिवटे ने बताया कि मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष में विभिन्न बीमारियों को भी शामिल किया गया है। इसमें एंजियोप्लास्टी, बाईपास सर्जरी, कैंसर सर्जरी, कीमोथेरेपी, डायलिसिस, कॉक्लियर इंप्लांट सर्जरी जो जन्मजात बहरे और गूंगे बच्चों के लिए आवश्यक है। सभी प्रकार के अंग प्रत्यारोपण सर्जरी, सड़क दुर्घटनाएं, विद्युत दुर्घटनाएं, जले हुए मरीज, जन्मजात बच्चों की कार्डियक सर्जरी आदि शामिल हैं।

-वार्षिक आय 1.60 लाख होनी चाहिए

मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से मदद पाने के लिए संबंधित की वार्षिक आय 1.60 लाख तक कम से कम होना चाहिए।

-इसके लिए दी जाती है आर्थिक राशि

मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से सहायता के लिए हर महीने डेढ़ से दो हजार आवेदन आते हैं। आवेदन जमा करने के बाद राशि 7 दिनों के भीतर उस अस्पताल के खाते में राशि जमा की जाती है, जहां रोगी को भर्ती कराया जाता है। इस कोष से गंभीर रूप से झुलसे और करंट लगने से पीड़ित मरीज को 50 हजार रुपए भी दिए जाते हैं।

Created On :   16 July 2023 5:24 PM IST

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