तटीय अवसंरचना में सुधार पर है सरकार का फोकस, महाराष्ट्र में 626 करोड़ के 13 प्रकल्प पूर्ण

तटीय अवसंरचना में सुधार पर है सरकार का फोकस, महाराष्ट्र में 626 करोड़ के 13 प्रकल्प पूर्ण
  • तटीय अवसंरचना में सुधार पर फोकस
  • 11 हजार करोड के 171 प्रकल्पों का किया जा रहा वित्तपोषण
  • संसदीय समिति भी कर चुकी है ताकीद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, अजीत कुमार. मोदी सरकार तटीय क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर विशेष जोर दे रही है, ताकि तटीय क्षेत्रों का समग्र विकास हो सके। इसके लिए केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने देश भर में तटीय विकास परियोजनाओं की पहचान कर उस पर काम करना शुरू कर दिया है। केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बताया कि तटीय अवसंरचना में तेजी से वृद्धि करने के मकसद से सरकार ने सागरमाला परियोजना के अंतर्गत तटीय राज्यों में 10,960 करोड़ रूपये मूल्य की 171 परियोजनाओं का आंशिक रूप से वित्तपोषण किया है।

महाराष्ट्र में 626 करोड़ के 13 प्रकल्प पूर्ण

इन 171 परियोजनाओं में से 3,310 करोड़ रूपये मूल्य की 53 परियोजनाएं पूरी हो गई हैं तथा 7,660 करोड़ रूपये मूल्य की 118 परियोजनाएं कार्यान्यवयन एवं विकास के विभिन्न चरणों में हैं। श्री सोनोवाल ने कहा कि सागरमाला द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं में महाराष्ट्र में 626 करोड़ रूपये की लागत वाली 13 परियोजनाएं पूरी कर ली गई हैं, 1,291 करोड़ रूपये की लागत वाली 22 परियोजनाओं का प्रदेश में कार्यान्वयन हो रहा है और 428 करोड़ रूपये की 11 परियोजनाएं विकासाधीन हैं। इसी प्रकार तमिलनाडु में 950 करोड़ रूपये मूल्य की 13 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं तथा 200 करोड़ मूल्य की 5 परियोजनाओं पर काम चल रहा है।

संसदीय समिति भी कर चुकी है ताकीद

बता दें कि टी जी वेंकटेश की अध्यक्षता वाली परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसद की स्थायी समिति भी समुद्री क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की सिफारिश की है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि समुद्री क्षेत्र की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा के लिए मंत्रालय विभिन्न हितधारकों के साथ राज्यवार बैठकें भी करता है। इन बैठकों में परियोजनाओं के कार्यान्वयन में आने वाली बाधाओं पर चर्चा होती है और उन अवरोधों को दूर करने की दिशा में कदम उठाया जाता है। तटीय अवसंरचना को मजबूत बनाने के लिए मौजूदा पत्तनों और टर्मिनलों को आधुनिक बनाया जा रहा है। इसके साथ ही रो-रो और पर्यटन जेटि्टयों का आधुनिकीकरण, पत्तन संपर्कता में वृद्धि, अंतर्देशीय जलमार्ग, दीपस्तंभ पर्यटन, पत्तन के आसपास औद्योगिकरण, कौशल विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

Created On :   17 Aug 2023 5:52 PM IST

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