मुझे केंद्र की राजनीति रास नहीं आती, राज्य में ही खुश-अजीत पवार

मुझे केंद्र की राजनीति रास नहीं आती, राज्य में ही खुश-अजीत पवार
  • राकांपा में नहीं चलती किसी की लॉबिंग: सुप्रिया सुले
  • परिवारवाद को बढ़ावा
  • राज्य में ही खुश हैं अजीत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने जब से सांसद प्रफुल्ल पटेल और सांसद सुप्रिया सुले को राकांपा का कार्याध्यक्ष बनाया है, तभी से राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अजित पवार को पार्टी में किनारे कर दिया गया है। अजित पवार ने खुद कहा है कि पार्टी ने मुझे राज्य में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी दी है। मुझे केंद्र की राजनीति रास नहीं आती है। इसलिए मैं राज्य में जनता से जुड़े कार्यों को अच्छी तरह से कर पाता हूं। वहीं सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि राकांपा में किसी की लॉबिंग नहीं चलती है।

पूर्व उप-मुख्यमंत्री पवार ने रविवार को कहा कि वह शनिवार से मीडिया में आईं खबरें पढ़ रहे हैं। तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। दावे किए गए हैं कि मुझे पार्टी में नीचा दिखाया जा रहा है। पहले भी मैं बता चुका हूं कि राष्ट्रीय राजनीति में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। पार्टी ने राज्य में जो जिम्मेदारी दी है, उसे निभा रहा हूं। राज्य में मैं खुश हूं।

समाज के मुद्दे उठा रहा

पवार ने कहा कि वह महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को जोर-शोर से उठा रहे हैं। राज्य के किसानों को बेमौसम बारिश से बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों की तकलीफ सरकार को बताया। प्रशासन ने अब तक किसानों की मदद नहीं की है।

6 महीने सांसद रहा

पवार ने कहा कि वह एक बार 6 महीने के लिए सांसद रह चुके हैं। राष्ट्रीय और राज्य स्तर की राजनीति में बहुत फर्क है। 30-32 साल पहले मैंने फैसला किया था कि राज्य के हित के लिए ही काम करना है। इसी वजह से दोबारा राष्ट्रीय राजनीति में नहीं पहुंचे।

पवार ने भाकरी नहीं बदली, आंखों में धूल झोंकने का काम

राकांपा मुखिया पर उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने भाकरी (रोटी) नहीं बदली है। उन्होंने आंखों में धूल झोंकने का काम किया है। यह उनका अंदरूनी मामला है। फडणवीस के बयान पर अजित ने कहा कि भाकरी बदली गई है, इस तरह की खबरें मीडिया में चल रहीं हैं। इस बारे में पार्टी अध्यक्ष पवार ने कोई बयान नहीं दिया। यह हमारी पार्टी का आतंरिक मामला है। हमारी विचारधारा भाजपा से अलग है।

परिवारवाद को बढ़ावा

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जिस तरह से शिवसेना (उद्धव गुट) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे खुद मुख्यमंत्री बन गए और अपने बेटे आदित्य ठाकरे को मंत्री बनाया था। ठीक उसी तरह पवार ने भी अपनी बेटी को कार्याध्यक्ष बना कर परिवारवाद को बढ़ावा दिया है।

राकांपा में लॉबिंग नहीं चलती

सांसद सुप्रिया सुले ने पार्टी की कार्याध्यक्ष बनने पर कहा कि राकांपा में किसी पद के लिए लॉबिंग नहीं चलती है। सभी नेताओं से विचार-विमर्श कर ही फैसला होता है। सुले ने कहा कि अजित पवार के बारे में भाजपा और शिंदे गुट सबसे ज्यादा चिंतित हैं। मुझे और अजित पवार को निशाना बनाया जा रहा है। शिंदे गुट-भाजपा पर तंज कसते हुए सुले ने कहा कि आम के पेड़ पर ही पत्थर उछाल जाते हैं, बबूल के पेड़ को कोई पत्थर नहीं मारता।

Created On :   11 Jun 2023 9:19 PM IST

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