आलोचना: महाराष्ट्र सरकार में इच्छाशक्ति की कमी, इस वजह से पैदा होती है पानी की समस्या

महाराष्ट्र सरकार में इच्छाशक्ति की कमी, इस वजह से पैदा होती है पानी की समस्या
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने की राज्य सरकार की आलोचना

डिजिटल डेस्क, मुंबई. केंद्रीय भू विज्ञानमंत्री किरण रिजिजू ने यह कह कर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की है कि राज्य सरकार में इच्छाशक्ति की कमी के कारण राज्य में पानी की समस्या पैदा होती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट में बड़ी मात्रा में बरसात का पानी समुद्र में बह रहा है। इस पानी को रोककर महाराष्ट्र की पानी की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने महाबलेश्वर में वैज्ञानिकों की एक बैठक में यह राय व्यक्त की। वे यहां मौसम विभाग के क्लाउड रिसर्च सेंटर का दौरा करने आए थे।

रिजिजू ने कहा महाबलेश्वर की तरह, महाराष्ट्र में पश्चिमी घाट प्रकृति से समृद्ध है। एक ओर पानी की कमी है तो दूसरी ओर भारी वर्षा भी हो रही है। महाराष्ट्र देश के सबसे अमीर राज्यों में से एक है। यदि सरकार इसे ध्यान में रखें, तो बड़ी परियोजनाओं का निर्माण करके पश्चिमी घाट में वर्षा जल को रोका जा सकता है और राज्य के सूखाग्रस्त क्षेत्रों की ओर मोड़ा जा सकता है; लेकिन राज्य सरकार में इच्छाशक्ति का अभाव है। दो-चार सौ नहीं बल्कि लाखों-करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट लगने चाहिए। हालांकि, राज्य सरकार ऐसे कार्यों पर पैसा खर्च नहीं करती है। रिजिजू ने पश्चिमी घाट से समुद्र में बह रहे पानी को लेकर अफसोस जताया।

महाबलेश्वर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि जलवायु अनुसंधान के क्षेत्र में काम कर रहे भारतीय वैज्ञानिकों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ हाल के दिनों में बड़ी सफलता हासिल की है। वैज्ञानिकों की उपलब्धियों से भारत मौसम विज्ञान के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो गया है। वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है। जलवायु अनुसंधान में वैज्ञानिकों के काम से देश के मछुआरों और किसानों को काफी फायदा हो रहा है।

Created On :   6 Oct 2023 2:48 PM GMT

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