Mumbai News: जिस आचार्य अत्रे मेट्रो स्टेशन में पानी घुसा उसका निर्माण तुर्किये की कंपनी ने किया - आदित्य

जिस आचार्य अत्रे मेट्रो स्टेशन में पानी घुसा उसका निर्माण तुर्किये की कंपनी ने किया - आदित्य
  • राज्य सरकार स्पष्ट करे कंपनी को क्यों नहीं हटाया
  • स्टेशन में पानी घुसा उसका निर्माण तुर्किये की कंपनी ने किया

Mumbai News. मुंबई और महाराष्ट्र में सोमवार को हुई भारी बारिश से सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया था। यहां तक की मुंबईकरों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया था। मुंबई मेट्रो-3 की एक्वा लाइन के भूमिगत आचार्य अत्रे स्टेशन में घुसे पानी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस स्टेशन का निर्माण तुर्किये की कंपनी 'डोगस कंस्ट्रक्शन' ने किया था। देश भर से तुर्किये की कंपनियों को हटाने के बाद राज्य सरकार ने इस कंपनी को क्यों नहीं हटाया? आदित्य ने सरकार से इस बारिश में मुंबई और राज्य के लोगों की नुकसान भरपाई की मांग की है। आदित्य ने कहा कि सरकार मौज मस्ती में है और इसके लिए बीएमसी से पहले उसको कंट्रोल करने वाली राज्य सरकार जिम्मेदार है। यह पहली बार हुआ कि मंत्रालय में बारिश का पानी घुसा हो। इसके अलावा केम्स कॉर्नर की सड़क नीचे धस गई। यहां तक कि कुछ दिन पहले ही जिस आचार्य अत्रे मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया था, उसमें भी पानी घुस गया। आदित्य ने कहा कि जिस मेट्रो-3 की एक्वा लाइन में पानी घुसा, दरअसल उसका काम तुर्किये की कंपनी 'डोगस कंस्ट्रक्शन' ने किया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब देशभर से तुर्किये की कंपनियों को सुरक्षा की दृष्टि से हटाया जा रहा है तो फिर इस कंपनी को राज्य सरकार ने मेट्रो के कार्य से क्यों नहीं हटाया? सरकार को इस बारे में जानकारी देने की जरूरत है।

वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा राज्य में हुई भारी बारिश ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार के तमाम दावों की पोल खोल दी है। इससे राज्य सरकार के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो रहा है। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी मुंबई पानी में डूब गई। मेट्रो स्टेशन में पानी भरने पर सपकाल ने कहा कि रातों-रात हजारों पेड़ काटकर मेट्रो प्रोजेक्ट को जबरदस्ती लागू किया गया। सरकार को मंथन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य के किसान पहले से ही संकट से जूझ रहे हैं, ऐसे में जोरदार बारिश ने उन्हें और मुश्किल में डाल दिया है। सरकार को पंचनामे जैसी औपचारिकताओं में न पड़ते हुए पीड़ित किसानों को प्रति एकड़ 20 हजार रुपए की तत्काल मदद करनी चाहिए।

Created On :   27 May 2025 8:50 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story