Mumbai News: अजित पवार और पार्टी की इमेज चमकाने के लिए गुलाबी कंपनी के साथ फिर हुई करोडों की डील

अजित पवार और पार्टी की इमेज चमकाने के लिए गुलाबी कंपनी के साथ फिर हुई करोडों की डील
  • विपक्ष ने उठाए सवाल, किसानों के लिए पैसा नहीं इमेज बनाने के लिए है
  • अजित पवार और पार्टी की इमेज चमकाने की कवायद

Mumbai News. सोमदत्त शर्मा। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनकी पार्टी राकांपा (अजित) ने अपनी छवि सुधारने के लिए और आगामी चुनावों का कैंपेन करने के लिए एक बार फिर निजी इमेज बिल्डिंग कंपनी के साथ करोड़ों रुपए की नई डील की है। इस डिजाइन बॉक्स कंपनी ने विधानसभा चुनाव में भी पार्टी का कैंपेन किया था। अजित गुट के इस फैसले पर विपक्ष ने तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि सरकार के पास किसानों का कर्ज माफ करने के लिए पैसा नहीं है लेकिन गुलाबी रंग चमकाने के लिए पैसा है। वहीं राकांपा (शरद) ने भी अजित गुट इस मुद्दे पर घेरा है।

फिर इमेज बिल्डिंग कंपनी के भरोसे

बीते विधानसभा चुनाव में राकांपा (अजित) के कार्यक्रमों में अचानक गुलाबी रंग दिखने लगा था। जब जानकारी सामने आई तो पता चला कि पार्टी ने अपनी इमेज सुधारने और चुनाव कैंपेन के लिए 200 करोड़ में ठेका डिजाइन बॉक्स नाम की कंपनी को दिया है। इसको लेकर उस समय राकांपा (शरद) विधायक रोहित पवार ने निशाना साधा था। अब फिर से आगामी स्थानीय चुनावों में इसी कंपनी को चुनाव कैंपेन का काम मिलने पर विपक्षी दलों ने निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि सरकार के पास लाड़ली बहनों को देने के लिए फंड नहीं है, किसानों का कर्जा माफ करने के लिए पैसा नहीं है लेकिन उपमुख्यमंत्री अजित पवार को गुलाबी रंग को चमकाने के लिए पैसा है। वहीं राकांपा (शरद) प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि सरकार में होते हुए भी जब अजित गुट को अपने काम पर भरोसा नहीं है तो इस तरह की कंपनियों का सहारा लेना ही पड़ेगा। जब राज्य में किसान आत्महत्या और कर्ज से जूझ रहे हैं, तब सरकार के नेता अपनी छवि चमकाने के लिए करोड़ों खर्च कर रहे हैं। तपासे ने कहा कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि आखिर इस तरह की इमेज बिल्डिंग के लिए पैसे कहां से आते हैं।

जब पार्टी ने कर्मचारियों को हटा दिया था

पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले जब अजित गुट ने इमेज बिल्डिंग कंपनी डिजाइन बॉक्स से करार किया था तो उस समय राकांपा (अजित) के दफ्तर से एक दर्जन से ज्यादा लोगों का रोजगार छिन गया था। जिस पर काफी बवाल हुआ था। दरअसल पार्टी ने उस समय इस कंपनी की वजह से अपना सोशल मीडिया विंग ही खत्म कर दिया था। जिन 15 लोगों को पार्टी की सोशल मीडिया विंग से हटाया गया था, उन्हें दूसरी जगह रोजगार पाने के लिए काफी दौड़ना पड़ा था।

Created On :   19 Sept 2025 10:23 PM IST

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