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Mumbai News: धोखाधड़ी मामले में पूर्व विधायक और पत्नी बरी, अवैध इमारतों के मामले में 4 गिरफ्तार

- 26 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में पूर्व विधायक और उनकी पत्नी बरी
- अवैध इमारतों का मामला: ईडी ने वीवीएमसी के पूर्व आयुक्त समेत 4 को किया गिरफ्तार
- गिरफ्तार लोगों में पू्र्व आयुक्त अनिल पवार के अलावा वाई एस रेड्डी, सीताराम गुप्ता और अरुण गुप्ता शामिल
Mumbai News. धोखाधड़ी के मामले में शिवसेना (शिंदे) के नेता और पूर्व विधायक रविंद्र फाटक उनकी पत्नी समेत 11 आरोपियों को गिरगांव मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। फाटक और अन्य लोगों के खिलाफ एक रियल एस्टेट परियोजना में 26 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी, विश्वासघात और आपराधिक षड्यंत्र रचने का मामला दर्ज किया गया था। न्यायाधीश एस.आर.निमसे ने बुधवार को फाटक उनकी पत्नी समेत 11 लोगों को बरी करने का फैसला सुनाया। यह मामला व्यवसायी प्रेम सरोगी की शिकायत पर 2015 में एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन में फाटक और उनकी पत्नी समेत 11 लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया था। यह शिकायत ठाणे के माजीवाड़ा में एक जमीन के सौदे से संबंधित थी।
अवैध इमारतों का मामला: ईडी ने वीवीएमसी के पूर्व आयुक्त समेत 4 को किया गिरफ्तार
उधर नालासोपारा पूर्व में अवैध तरीके से 41 इमारतों का निर्माण करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को वसई-विरार महानगरपालिका (वीवीएमसी) के पूर्व आयुक्त अनिल पवार समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें अनिल पवार के आलावा नगर नियोजन विभाग के पूर्व उप निदेशक वाईएस रेड्डी, बिल्डर व बहुजन विकास आघाडी के पूर्व नगरसेवक सीताराम गुप्ता और उनके भतीजे अरुण गुप्ता का नाम शामिल है। ईडी अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इन चारों के खिलाफ अवैध इमारतों के मामले में घोटाला और उसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग करने के कई सबूत मिले थे, जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी अधिकारियों के मुताबिक सीताराम गुप्ता, वाईएस रेड्डी के साथ मिलकर अनिल पवार वसई-विरार में घोटाले का एक बड़ा सिंडिकेट चला रहे थे। आरोप है कि अनिल पवार ने अपने परिवारजनों, रिश्तेदारों के नाम और बेनामी कई कंपनियां बनाई थीं। जिससे घूस की रकम को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिये वैध बनाया जा सके। इसके पहले ईडी ने 29 जुलाई को मुंबई, पुणे, नाशिक और सतना में छापेमारी के दौरान 1.33 करोड़ की नकदी के अलावा बड़ी संख्या में दस्तावेज व डिवाइस जब्त किए गए थे। 4 अगस्त को ईडी ने अनिल पवार और उनकी पत्नी से पूछताछ भी की थी, लेकिन दोबारा पूछताछ के लिए बुलाने पर वे शामिल नहीं हुए थे। पवार शिवसेना (शिंदे) के नेता और कैबिनेट मंत्री दादा भुसे के रिश्तेदार हैं।
Created On :   13 Aug 2025 9:51 PM IST