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Mumbai News: महाविकास आघाड़ी और मनसे ने चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चे के लिए बनाई रणनीति

- बिहार चुनाव को देखते हुए कांग्रेस फूंक-फूंक कर रख रही है कदम
- मत चोरी और मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप
Mumbai News. मतदाता सूची में गड़बड़ियों के खिलाफ महाविकास आघाड़ी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की ओर से शनिवार 1 नवंबर को मुंबई में मोर्चा निकाला जाएगा। इस मोर्चे में शिवसेना (उद्धव), राकांपा (शरद), कांग्रेस, मनसे और वामपंथी दल शामिल होंगे। यह मोर्चा दोपहर 1 बजे फैशन स्ट्रीट से शुरू होकर मेट्रो सिनेमा मार्ग होते हुए मुंबई महानगरपालिका के दफ्तर तक पहुंचेगा। इस दौरान महाआघाड़ी के नेताओं के आलावा मनसे प्रमुख राज ठाकरे और बड़ी संख्या में विपक्ष के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। सूत्रों का कहना है कि इस मोर्चे को भले ही कांग्रेस ने समर्थन दिया है लेकिन मुंबई और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष इस मोर्चे में शामिल नहीं होंगे।
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मत चोरी और मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप
गुरूवार को हुई बैठक में शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, राकांपा (शरद) के नेता जितेंद्र आव्हाड, कांग्रेस नेता सचिन सावंत और वामपंथी दलों के नेता मौजूद रहे। बैठक के बाद उद्धव गुट के नेता अनिल परब ने बताया कि चुनाव आयोग की लापरवाही से हजारों मतदारों के नाम मतदाता सूची से गायब हैं या गलत दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को सच्चाई पता चलनी चाहिए और असत्य उजागर होना चाहिए। इसलिए हमने इस मोर्चे का नाम 'सत्य का मोर्चा' रखा है। परब ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि उनका वोट चोरी हुआ है या गलत तरह से राज्य की सरकार बनी है, वे भी इस मोर्चे में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि शरद पवार, राज ठाकरे, कांग्रेस नेता और वाम दलों के नेता इस मोर्चे में मौजूद रहेंगे। मुंबईकरों को परेशानी न हो, इसलिए मोर्चा दोपहर 1 से 4 बजे तक आयोजित किया गया है। हमने पुलिस से चर्चा कर रूट तय कर लिया है।
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शरद गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि हमने जो आपत्तियां चुनाव आयोग के सामने दर्ज कराई हैं, उन पर हमें न्याय मिलना चाहिए। मतदाता सूची की गड़बड़ियों को दूर नहीं किया जा रहा है। यही कारण है कि हमने सड़क पर उतरने का फैसला किया है। सरकार विरोधियों पर झूठे केस दर्ज कर दबाव बना रही है। यह गांधी-नेहरू का देश है। भले ही इस मोर्चे में कांग्रेस के शामिल होने को लेकर उसके नेता बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन खबर है कि बिहार चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस मोर्चे से दूरी बना रहे हैं। यही कारण है कि मुंबई और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष इस मोर्चे में शामिल नहीं होंगे।
Created On :   30 Oct 2025 8:55 PM IST












