Mumbai News: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा - शिपिंग सेक्टर में काम करने का यही सही समय है, 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा - शिपिंग सेक्टर में काम करने का यही सही समय है, 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति
  • अलग-अलग देशों के निवेशकों के लिए भारत के शिपिंग सेक्टर में काम करने का मौका
  • केंद्र सरकार लगभग 70 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी

Mumbai News. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में पोर्ट और शिपिंग क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है। अभी सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत निवेश तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए अलग-अलग देशों के निवेशकों के लिए भारत के शिपिंग सेक्टर में काम करने, अपना विस्तार करने का यही समय है, सही समय है। उन्होंने कहा कि शिप ब्रेकिंग और शिप के निर्माण के क्षेत्र को गति देने के लिए केंद्र सरकार लगभग 70 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी। पालघर के वाढ़वण में 76 हजार करोड़ रुपए की लागत से नया बंदरगाह बनाया जा रहा है। बुधवार को प्रधानमंत्री ने गोरेगांव स्थित नेस्को एग्जिबिशन सेंटर में आयोजित इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 में मैरीटाइम लीडर्स कॉन्क्लेव को संबोधित किया। इस मौके पर केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार समेत अन्य नेता मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का एक चौथाई हिस्सा बीत चुका है। इस सदी के अगले 25 साल और भी महत्वपूर्ण हैं, इसलिए हमारा ध्यान नीली अर्थव्यवस्था और सतत तटीय विकास पर है। केंद्र सरकार हरित लॉजिस्टिक्स, बंदरगाह संपर्क और तटीय औद्योगिक समूहों पर बहुत जोर दे रही है। साल 2025 देश के समुद्री क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा है, जिसमें कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां रही हैं। भारत का पहला गहरे पानी वाला अंतरराष्ट्रीय ट्रांसशिपमेंट हब, विझिंजम बंदरगाह, इसी वर्ष चालू हुआ। मोदी ने वैश्विक तनाव, व्यापार व्यवधानों और आपूर्ति शृंखलाओं में बदलाव के बीच भारत को दुनिया के लिए एक स्थिर प्रकाश स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि जब वैश्विक समुद्र में उथल-पुथल मची होती है, तो दुनिया एक स्थिर प्रकाश स्तंभ की तलाश करती है।

भारत पूरी मजबूती के साथ ऐसे प्रकाश स्तंभ की भूमिका निभा सकता है। मोदी ने कहा कि भारत का समुद्री क्षेत्र तीव्र गति और ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। देश के बंदरगाह अब विकासशील देशों वाले सबसे कुशल बंदरगाहों में गिने जाते हैं। मोदी ने कहा कि नए जहाजरानी कानून राज्य समुद्री बोर्डों की भूमिका को मजबूत करते हैं। बंदरगाह प्रबंधन में डिजिटल प्रौद्योगिकियों के एकीकरण को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि ‘भारत के नौवहन दृष्टिकोण’ के तहत 150 से अधिक पहल शुरू की गई हैं। जिसके परिणामस्वरूप समुद्री क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। मोदी ने कहा कि भारत के प्रमुख बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हो गई है। किसी परियोजना के शुरू होने से पूरा होने तक अब कम समय लगता है। क्रूज पर्यटन में पर्याप्त बढ़ोतरी हुई है। माल वाहन में 700 प्रतिशत से अधिक का इजाफा हुआ है। चालू जलमार्गों की संख्या मात्र तीन से बढ़कर 32 हो गई है।

Created On :   29 Oct 2025 10:10 PM IST

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