Mumbai News: लाडली बहन योजना पर सियासी संग्राम, फडणवीस - शिंदे में शुरू हुई श्रेय की लड़ाई, पंकजा बोलीं - ये मेरी संकल्पना

लाडली बहन योजना पर सियासी संग्राम, फडणवीस - शिंदे में शुरू हुई श्रेय की लड़ाई,  पंकजा बोलीं - ये मेरी संकल्पना
  • फडणवीस का दावा, योजना हमारी सरकार की सामूहिक पहल
  • फडणवीस - शिंदे में शुरू हुई श्रेय की लड़ाई

Mumbai News. महाराष्ट्र में महिलाओं के लिए चलाई जा रही लाडली बहन योजना को लेकर सत्ता के दो बड़े नाम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आमने-सामने दिख रहे हैं। दोनों नेता लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उनके रहते यह योजना बंद नहीं होगी। इस बीच भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे ने नया मोड़ देते हुए कहा है कि लाडली बहन योजना उनकी संकल्पना है। पंकजा के इस बयान के बाद राज्य की राजनीति में श्रेयवाद की लड़ाई और तेज हो गई है।

फडणवीस का दावा, योजना हमारी सरकार की सामूहिक पहल

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लगातार पिछले कई दिनों से स्थानीय चुनावों में प्रचार के दौरान बयानबाजी कर रहे हैं कि लाडली बहन किसी एक दल या नेता की नहीं, बल्कि पूरी महायुति सरकार की योजना है। फडणवीस का कहना है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना ही इसका सबसे बड़ा उद्देश्य है। फडणवीस लगातार कह रहे हैं कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए यह योजना किसी भी हाल में बंद नहीं होगी।

योजना हमेशा जारी रहेगी- शिंदे

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी चुनाव प्रचार के दौरान लगातार यह भरोसा दिला रहे हैं कि योजना पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कई सभाओं में कहा कि विपक्ष अफवाहें फैला रहा है, लेकिन सरकार अगले वर्षों में इसे और मजबूत करने की तैयारी में है। शिंदे कह चुके हैं कि जब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे तो इस योजना को शुरू किया गया। ऐसे में यह योजना किसी भी कीमत पर बंद नहीं होने वाली है।

इसी बीच मंत्री पंकजा मुंडे ने एक चुनावी सभा में कहा है कि लाडली बहन योजना उनकी संकल्पना थी। महिलाओं के खातों में पैसा पहुंचने से घर की इज्जत बढ़ी है। उन्होंने कहा कि योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक आधार देना है, और इसे लेकर किसी भी तरह का विवाद पैदा करना गलत है।

योजना को लेकर राजनीति क्यों?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि महाराष्ट्र में महिला मतदाता अब चुनावी समीकरण बदलने की ताकत रखती हैं। इसी वजह से सत्ता साझेदार दलों के बीच श्रेय लेने की होड़ तेज हो गई है। सभी दलों को डर है कि अगर श्रेय किसी एक दल के पास चला गया तो महिला वोट बैंक उसी दिशा में झुक सकता है।

Created On :   27 Nov 2025 10:31 PM IST

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