Mumbai News: राज ठाकरे के साथ गठबंधन करना चाहती है शिंदे की शिवसेना

राज ठाकरे के साथ गठबंधन करना चाहती है शिंदे की शिवसेना
  • मंत्री उदय सामंत राज ठाकरे से करेंगे मुलाकात
  • जेएनयू में खुलेगा मराठी अध्ययन केंद्र
  • हम मराठी पर राजनीति नहीं विकास चाहते हैं

Mumbai News. भाषा विवाद के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे का राजनीतिक कद अचानक बढ़ता दिखाई दे रहा है। आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव के मद्देनजर शिवसेना (उद्धव) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के बीच गठबंधन की चर्चाओं के बीच शिवसेना (शिंदे) भी राज ठाकरे से हाथ मिलाना चाहती है। शिवसेना (शिंदे) नेता और मंत्री उदय सामंत ने बुधवार को कहा कि वे अगले आठ दिनों के भीतर राज ठाकरे से मिलेंगे। शिवसेना (शिंदे) और मनसे के बीच युति को लेकर बातचीत संभव है। सामंत ने कहा कि आगामी महापालिका चुनावों की पृष्ठभूमि में, हम जल्द ही मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात करेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि दोनों दलों, शिवसेना (शिंदे) और मनसे के बीच क्या सकारात्मक बातचीत हो सकती है। मराठी के मुद्दे पर 19 साल बाद उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक साथ आए हैं। संभावना है कि दोनों भाई महापालिका चुनाव मिलकर लड़ेंगे। लेकिन महायुति ऐसा नहीं चाहती। शिवसेना (शिंदे) की ओर से इसके लिए प्रयास शुरु कर दिए गए हैं।

जेएनयू में खुलेगा मराठी अध्ययन केंद्र

सामंत ने बताया कि दिल्ली स्थित जेएनयू विश्वविद्यालय में एक मराठी अध्ययन केंद्र और एक कुसुमाग्रज अध्ययन केंद्र शुरू किया जाएगा। सोलह साल पहले, राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने जेएनयू में कुसुमाग्रज मराठी अध्ययन केंद्र शुरू करने के लिए निधि दी थी। उसके बाद, एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद, उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज अध्ययन केंद्र के लिए भी दस करोड़ रुपये दिए, लेकिन दुर्भाग्य से ये दोनों केंद्र शुरू नहीं हो सके। इस संबंध में मैं स्वयं जेएनयू गया और उनसे चर्चा की। उन्होंने कहा कि मराठी अध्ययन केंद्र के लिए और तीन करोड़ रुपये की जरुरत है। मराठी भाषा मंत्रालय ने वे तीन करोड़ रुपये देने पर सहमति जताई है। सामंत ने बताया कि गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली जाकर केंद्र का शुभारम्भ करेंगे। दोनों उपमुख्यमंत्री उस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।

हम मराठी पर राजनीति नहीं विकास चाहते हैं

मराठी भाषा मंत्री सामंत ने कहा कि महाराष्ट्र के सभी मराठी प्रेमियों, मराठी भाषियों और मराठी लोगों से एक महत्वपूर्ण बात कहना चाहूंगा कि महायुति सरकार केवल मराठी भाषा पर राजनीति न कर मराठी भाषा को सात समंदर पार तक पहुंचना चाहती है। उन्होंने कहा कि मराठी भाषा विभाग ने कश्मीर में मराठी पुस्तकों का गांव बनाने का भी निर्णय लिया है।

नगर विकास विभाग पर कोई दबाव नहीं

खबरों के अनुसार नगर विकास विभाग की फाइलों को अब अंतिम मंजूरी मुख्यमंत्री कार्यालय देगा। इस बारे में यह पूछे जाने पर क्या नगर विकास विभाग पर नज़र रखने की कोशिश की जा रही हैॽ सामंत ने कहा कि ऐसे किसी दबाव का सवाल ही नहीं उठता। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच अच्छे संबंध हैं और वे समन्वय से काम कर रहे हैं। बता दें कि नगर विकास विभाग शिंदे के पास है।

Created On :   24 July 2025 1:19 PM IST

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